उदयपुर चाकू कांड: देवराज को पिता-भाई ने दी मुखाग्नि, अंतिम संस्कार में उमड़े हजारों लोग...परिजनों ने की दोषियों को सजा दिलाने की मांग
Udaipur Devraj Murder Case: शहर में चार दिन पहले एक सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी में घायल 15 वर्षीय बालक देवराज की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। वह पिछले 78 घंटों से एमबी अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा था। सोमवार दोपहर 12 बजे बाद से उसकी स्थिति बिगड़ती जा रही थी और दोपहर 3 बजे उसने दम तोड़ दिया। देवराज की मृत्यु की खबर सामने आते ही पूरे जिले में तनाव का माहौल बन गया। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना (Udaipur Devraj Murder Case) को टालने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है।
सोमवार दोपहर को हो गई थी देवराज की मृत्यु
सोमवार को देवराज की मृत्यु की खबर बाहर आते ही शहर भर के हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता एमबी अस्पताल पहुंच गए। जिला प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के बाद सीधे श्मशान ले जाने की बात कही परन्तु परिजन शव को पहले घर ले जाने और वहां से अंतिम यात्रा निकालने की बात कह रहे हैं। अंत में दोनों पक्षों के बीच मंगलवार को सुबह जल्दी 5.30 बजे शव सौंपे जाने और 7.30 बजे तक शव का अंतिम संस्कार किए जाने पर सहमति बनी। तब तक के लिए प्रशासन ने अस्पताल के बाहर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए और देवराज के शव को मॉर्च्यूरी में रखवाया गया।
शांति बना रखने के लिए पूरे शहर में नेटबंदी
मंगलवार सुबह देवराज के शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। जहां से उसे अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले जाया गया। पूरे जिले में नेटबंदी और सुबह जल्दी का समय होने के बावजूद शवयात्रा में लगभग दो हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। शवयात्रा शहर के खेरादिवाड़ा से शुरू होकर सूरजपोल, बापू बाजार और देहली गेट होते हुए अशोक नगर श्मशान घाट पहुंची। वहां पर मृत छात्र के पिता एवं चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। शहर में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे शहर में सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे।
परिजनों को 51 लाख रुपए, संविदा पर सरकारी नौकरी देने पर बनी सहमति
सोमवार को देवराज की मृत्यु होने पर परिजनों ने शव लेने से इनकार करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की। मौके पर पहुंचे अन्य संगठनों के अधिकारियों ने भी मृतक छात्र के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने की मांग की जिस पर सरकार ने सहमति जताई।
यह है मामला
राजस्थान के उदयपुर की एक सरकारी स्कूल में 16 अगस्त को देवराज का संप्रदाय विशेष के छात्र से झगड़ा हो गया था। इस पर संप्रदाय विशेष के छात्र ने उसे चाकू मार दिया। छात्र के घायल होने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा था। दो संप्रदायों के बीच का मामला (Udaipur Murder Case) होने के कारण पूरे शहर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। सरकार ने भी शांति बनाए रखने के लिए जिले में नेटबंदी कर दी औऱ स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए और पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई।
विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए किया था चुनाव प्रचार
देवराज और उसकी बहन ने जिस भाजपा सरकार को जिताने के लिए जी जान से मेहनत की, उसका परिवार आज उसी सरकार से न्याय की गुहार लगा रहा है। देवराज और उसकी बहन ने विधान सभा चुनाव में उदयपुर विधायक ताराचंद जैन के मीडिया सेंटर पर मोर्चा संभाला था और लगातार भाजपा सरकार के पक्ष मतदान की अपील भी की थी। ऐसे में आज अंतिम संस्कार के दौरान उदयपुर सांसद एमएल रावत, विधायक ताराचंद जैन, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली और देहात जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान के साथ हज़ारो लोग मौजूद रहे।
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