रामकिशोर की शहादत पर राजाखेड़ा में भावुक श्रद्धांजलि, प्रशासन की अनदेखी पर उठे सवाल!
Rajasthan soldier Ramkishore martyred: जम्मू के कठुआ जिले में शुक्रवार को राजस्थान के बहादुर जवान Ramkishore (25) शहीद हो गए। राजाखेड़ा (धौलपुर) के रहने वाले इस नायक का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव दूल्हे राय में किया गया। उनके चचेरे भाई सचिन ने उन्हें मुखाग्नि दी, और शहीद की अंतिम यात्रा में राजाखेड़ा क्षेत्र से हजारों लोग शामिल हुए।
तिरंगा यात्रा: शहीद को श्रद्धांजलि देने का अनोखा जश्न
शहीद के सम्मान में निकाली गई करीब 4 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा ने गांव में एकजुटता का अद्भुत नजारा पेश किया। यह यात्रा दोपहर 1:30 बजे राजाखेड़ा शहर से शुरू हुई और 3:30 बजे जवान के गांव दूल्हे राय पहुंची। जैसे ही रामकिशोर तिरंगे में लिपटकर घर के आंगन में पहुंचे, परिजनों की रुलाई फूट पड़ी, और शहीद के अंतिम दर्शनों के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।
बैटल कैजुअल्टी: देश के लिए बलिदान
शहीद रामकिशोर भारतीय सेना की कुमायूं रेजिमेंट में तैनात थे और जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बैटल कैजुअल्टी में शहीद हुए। उनके शहादत की खबर सुनकर परिवार का बुरा हाल हो गया, और उनकी पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। रामकिशोर ने 18 सितंबर को अपनी पत्नी से आखिरी बार बात की थी, जब उन्होंने जनवरी में घर आने का वादा किया था।
20 दिन की छुट्टी पर घर आए थे
कुमाऊं रेजिमेंट के इस नायक के परिवार में उनके पिता, मां, तीन बड़े भाई और दो बहनें हैं। उनके पिता महावीर बघेल ने बताया कि रामकिशोर 11 सितंबर को 20 दिन की छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। वे 2019 में सेना में भर्ती हुए थे और हाल ही में 7 दिसंबर 2023 को उत्तर प्रदेश के जरारी गांव की दिव्या से शादी की थी।
प्रशासन की अनदेखी पर उठे सवाल
ग्रामीण विजय बाबू ने बताया कि जवान के शहीद होने की सूचना शुक्रवार दोपहर को प्रशासन को दी गई थी, लेकिन शनिवार सुबह 8 बजे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। यह घटना प्रशासन की अनदेखी को उजागर करती है और शहीद के प्रति सम्मान में कमी का संकेत देती है।