Tonk News: मुर्दों को भी हो रही परेशानी, टीनशेड लगाकर करना पड़ रहा अंतिम संस्कार
Tonk News: कमलेश कुमार महावर। ग्रामीण क्षेत्र में बरसात के समय जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लोगों की स्थिती किस कदर बद से बदतर हो जाती है। लेकिन मूर्दें को मौत के बाद भी परेशानियों से जूझना पड़े तो संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है। यहां बात हो रही है टोंक जिले (Tonk News) अरनियानील और संथली पंचायत के गांधीग्राम का, जहां शमशान मे टीनशेड के अभाव में कहीं तिरपाल तो कहीं घरों से टीनशेड ले जाकर शव का अंतिम संस्कार किया गया.. इस कारण व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश तो जनप्रतिनिधियो के खिलाफ गुस्सा है। यहां अरनियानील जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव टोंक विधायक सचिन पायलट की विधानसभा है तो गांधीग्राम (संथली) हाल में सांसद बने कांग्रेस हरीशचंद्र मीणा का गृह क्षेत्र है।
दरसअल टोंक विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दाखिया के अरनियानील गांव निवासी 9 वर्षीय हर्षित चौधरी की सुबह 4 बजे आकस्मिक मौत हो गई थी। मौत के बाद सुबह 8 बजे दाह संस्कार के लिए परिजन व ग्रामीण शव लेकर बनास नदी की ओर मोक्षधाम पहुंचे, लेकिन वहां शव चिता में रखकर दाह संस्कार करना शुरू ही किया कि फिर बरसात शुरु हो गई। इस कारण चिता बूझते देख दाह संस्कार अधूरा ना रह जाए, इसके लिए कुछ ग्रामीण आनन-फानन में वापस गांव पहुंचे और अपने-अपने पर लगे टीनशेड़ को हटाकर वापस मोक्षधाम पहुंचे और चिंता पर टीनशेड की आड़ लगाकर शव का अंतिम संस्कार पूरा करवाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि वहां मोक्षधाम स्थल पर टीनशेड व चबूतरा बना हुआ था। 2019 में हुई तेज बारिश के चलते चबूतरा व टीनशेड पानी में बह गए। तभी से ग्रामीण सर्दी, गर्मी व बारिश में खुले में अंतिम संस्कार करते आ रहे है। उन्होंने बताया कि कई बार ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन को अवगत कर चुके, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
गांधीग्राम में तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार
टोंक जिले के संथली पंचायत के वार्ड नंबर एक गांधीग्राम में 15 अगस्त की शाम बुजुर्ग महिला पसमादेवी (65) पत्नि गोपीराम बैरवा की लंबी बीमारी के बाद मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार करने के लिए जहां झाड़ियों से होकर शमशाम घाट पहुंचना पड़ता। तो सबसे पहले जेसीबी मंगवा कर पहले रास्ते के बम्बूलो को साफ करवाया गया। उसके बाद शव को श्मशान घाट लेकर पहुंचे तो वहां तेज बारिश आने से अंतिम संस्कार के लिए लाई लकड़ियां भीग गईं। क्योंकि यहां भी श्मशान घाट में टीनशेड नहीं लगा था। इसलिए यहां मृतको के परिजनों व ग्रामीणों को चिता के ऊपर तिरपाल लगाकर व डीजल, रबर टायर आदि ज्वलनशील चीजों से चिता जलानी पड़ी, तब जाकर महिला का अंतिम संस्कार हो पाया। ग्रामीणों का कहना था कि गांवों में सरकार व प्रशासन के विकास के दावे खोखले दिखाई देते है, शमशान में टीनशेड़ के अभाव में बारिश के दिनों में यही समस्या से जूझना पड़ता है ।
अरनियानील में बच्चें के अंतिम संस्कार में आई दिक्कतों पर ग्राम पंचायत दाखिया सरपंच संतरा देवी ने बताया कि मोक्षधाम के लिए भूमि का ही आवंटन नहीं है, भूमि आवंटन के लिए फाइल लगाई हुई है, भूमि आवंटन के अभाव में टीनशेड व अन्य व्यवस्थाएं नहीं की जा सकी।
गांधीग्राम में बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार में आई अड़चनों पर संथली सरपंच शंकर लाल मीणा का कहना है कि श्मशान में चारदीवारी व सीसी रोड का निर्माण करवा दिया है और बारिश के बाद जल्दी टीनशैड का निर्माण करवा दिया जाएगा, अभी यह काम सेक्शन नही है जल्दी प्रस्ताव लेकर आगे भिजवाया जाएगा।
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