Sirohi: सिरोही में रहस्यमय बीमारी का कहर!"एक ही परिवार के 3 बच्चे काल के गाल में समाए!"
Sirohi mysterious illness: (अनिल रावल)। राजस्थान के सिरोही जिले के सनपुर पंचायत के काकेंदा गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की अज्ञात बीमारी से अचानक मौत ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। (Sirohi mysterious illness) गांव में फैले डर और चिंता के माहौल के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत गांव पहुंची और पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए परिवार की एक बच्ची को पालनपुर में वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि 2 अन्य बच्चों और पिता को सिरोही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सिरोही के काकेंदा गांव में फैली रहस्यमय बीमारी
सिरोही जिले के काकेंदा गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की रहस्यमय बीमारी से मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़ित परिवार के स्वास्थ्य की जांच की, साथ ही आस-पास के घरों में रहने वाले 40 से अधिक लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए। गंभीर स्थिति में 13 साल की देवू कुमारी पालनपुर अस्पताल में वेंटिलेटर पर है, जबकि 12 साल की लक्ष्मी कुमारी, 5 साल के गोपाल, 3 साल की आशा की मौत हो चुकी है। वहीं, 6 साल का रविंद्र कुमार और 8 साल की गुड़िया भी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।
पूर्व विधायक ने सीएम और चिकित्सा मंत्री से इस्तीफा की मांग की
पूर्व विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से इस्तीफा देने की मांग की है। लोढ़ा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री राज्य में निवेश की बात करते हैं, तब सिरोही जैसे मामलों में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही शर्मनाक है।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काकेंदा गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवार के इलाज के लिए सिरोही अस्पताल भेजा। इसके साथ ही आस-पास के गांवों के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। घटनास्थल पर जिला प्रमुख अर्जुन कुमार पुरोहित और अन्य जनप्रतिनिधि भी पहुंचे और परिवार को सरकारी सहायता की बात कही।
काकेंदा की घटना पर तात्कालिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। क्षेत्रीय नेताओं और स्थानीय लोगों ने इस त्रासदी में सरकार और प्रशासन की असंवेदनशीलता पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, और उचित इलाज और मदद के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है।
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