VIP कल्चर खत्म! खाटू श्याम मेले में सब भक्त एक समान, खास दर्जा नहीं मिलेगा किसी को!
Sikar News: हर साल इस राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक खाटू श्याम मेला इस बार 28 फरवरी से शुरू होकर 12 दिनों तक चलेगा।मेले में लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं, लेकिन इस बार मेले में कुछ नए नियम लागू किए गए हैं। प्रशासन ने घोषणा की है कि इस बार वीआईपी दर्शन पूरी तरह से बंद रहेंगे ताकि हर भक्त को समान रूप से बाबा के दर्शन का सौभाग्य मिल सके।(Sikar News) यह फैसला मेले में भीड़ नियंत्रण और भक्तों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं, जिससे यह मेला और भी भव्य और सुगम बन सके।
हर दिन 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
खाटू श्याम मेले में इस बार हर दिन 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राजस्थान के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और झारखंड से बड़ी संख्या में भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने पहुंचेंगे।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी, होमगार्ड और प्राइवेट गार्ड तैनात किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है, ताकि वाहनों की आवाजाही नियंत्रित रहे। जयपुर, बीकानेर और अन्य शहरों से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग क्षेत्र बनाए गए हैं, जहां 10,000 से अधिक वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
भव्य साज-सज्जा और सुविधाएं
खाटू श्याम मंदिर को 180 बंगाली कारीगरों द्वारा विशेष रूप से सजाया गया है। मंदिर समिति ने स्वास्थ्य केंद्र, पीने के पानी और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रींगस से खाटू श्याम तक 28 किलोमीटर तक कारपेट और मिट्टी बिछाई गई है, ताकि पैदल यात्रा आरामदायक हो।
24 घंटे निगरानी के लिए 358 सीसीटीवी कैमरे
मेले की सुरक्षा के लिए 358 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की 24 घंटे निगरानी की जाएगी। पुलिस के अलावा सादे कपड़ों में भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। हालांकि, सीवर के ढक्कन खुले होने और कूड़े के ढेर जैसी समस्याओं पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
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