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RUHS VC Sudhir Bhandari Resign: अंग प्रत्यारोपण मामले में नया मोड़, राज्यपाल को सुधीर भंडारी ने सौंपा इस्तीफा..

RUHS VC Sudhir Bhandari Resign: जयपुर।  राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति सुधीर भंडारी ने गुरुवार को राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कुलपति भी 3 डॉक्टर...
08:25 PM May 09, 2024 IST | Bodhyani Sharma

RUHS VC Sudhir Bhandari Resign: जयपुर।  राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति सुधीर भंडारी ने गुरुवार को राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कुलपति भी 3 डॉक्टर के बाद इस्तीफा (RUHS VC Sudhir Bhandari Resign) पेश कर सकते हैं। मामला अंग प्रत्यारोपण के लिए रिश्वत लेकर फर्जी एनओसी प्रदान करने का था। इसमें एंटी करप्शन ब्यूरो ने अप्रैल में कार्यवाही की थी। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया। जब आरयूएचएस के कुलपति सुधीर भंडारी ने राज्यपाल को इस्तीफा दिया जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया है।

पहले पूरा मामला समझिए

पूरे राजस्थान में गैर कानूनी तरीके से ऑर्गन ट्रांसप्लांट यानि अंग प्रत्यारोपण के मामले में गड़बड़ी पाए जाने के बाद एसीबी यानि एंटी करप्शन ब्यूरो ने अप्रैल में कार्यवाही की। तब प्रदेश के कई बड़े जाने - माने अस्पतालों की संलिप्तता (RUHS VC Sudhir Bhandari Resign) पाई गयी। एसीबी ने कार्यवाही में पाया कि अंग प्रत्यारोपण के लिए गैर कानूनी तरीके से एनओसी यानि अनापत्ति प्रमाण पत्र रिश्वत लेकर दिए जा रहे हैं। इसमें कई बड़े अधिकारियों और डॉक्टरों की भूमिका संदिग्ध पाई जाने पर उनसे इस्तीफे मांगे गए। इनमें सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव बगरहट्टा, आरयूएचएस के कुलपति डॉ. सुधीर भण्डारी और डॉ. अचल शर्मा जो सवाई मान सिंह अस्पताल के अधीक्षक हैं, के इस्तीफे मंजूर किए गए।

इन बड़े अस्पतालों के अंग प्रत्यारोपण के लाईसेंस रद्द

एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस पूरे मामले में कार्यवाही करते हुए मुख्यतः 3 बड़े अस्पतालों की संदिग्धता पाते हुए उनके अंग प्रत्यारोपण के लाइसेंस ही रद्द कर दिए हैं। इसमें जयपुर के बड़े प्राइवेट अस्पताल फोर्टिस, ईएचसीसी और मणिपाल अस्पताल (RUHS VC Sudhir Bhandari Resign) का नाम शामिल है। गैर कानूनी तरीके से अंग प्रत्यारोपण करने के लिए एनओसी देने के चलते सवाई मान सिंह अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह को सस्पेंड भी किया था।

सरकार के एक्शन से पहले वीसी भण्डारी का इस्तीफा

इस पूरे मामले में राजस्थान सरकार एक्शन मोड में नज़र आ रही थी। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने भी अपने एक बयान में यहां तक कहा था कि अंग प्रत्यारोपण में रिश्वत लेकर एनओसी देने के मामले में आरयूएचएस के कुलपति सुधीर भंडारी (RUHS VC Sudhir Bhandari Resign) के पूरे कार्यकाल की जांच भी की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने गुरुवार दोपहर में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने का समय मांगा था। कयास लगाए जा रहे थे कि इसमें वो पूरे मामले के बारे में चर्चाकर जांच के आदेश देने के लिए कहेंगे। हालांकि आरयूएचएस के कुलपति सुधीर भंडारी ने गुरुवार सुबह ही राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाक़ात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसे राज्यपाल ने मंजूर भी कर लिया।

अशोक गहलोत की काँग्रेस सरकार में हुई थी भण्डारी की नियुक्ति

इस पूरे मामले में राजस्थान सरकार ने अंग प्रत्यारोपण के मामले की पूरी जांच रिपोर्ट राज्यपाल कलराज मिश्र को सौंप दी है। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि आरयूएचएस के कुलपति की नियुक्ति उस समय कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी। उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे। अब वाइस चांसलर डॉ. सुधीर भंडारी के पूरे कार्यकाल की जांच की मांग की जा रही है। जल्द ही उनके पूरे कार्यकाल की जांच भी की जा सकती है। इस संबंध में कार्यवाही को तेज़ कर दिया गया है। कोरोना काल के समय भी फर्जी अंग प्रत्यारोपण की खबरें आईं थीं। उस समय डॉ. सुधीर भंडारी (RUHS VC Sudhir Bhandari Resign) सवाई मान सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल थे जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री ने उनकी नियुक्ति आरयूएचएस के कुलपति के तौर पर की थी।

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