राजस्थान में ओवरब्रिज में खामियां! 10 लाख का जुर्माना, जानें जांच अधिकारियों की क्या है राय।
Road accidents in Rajasthan: राजस्थान में आए दिन सड़क हादसों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में 20 लोगों की जान गई। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने तत्परता से कदम उठाया और सड़कों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सड़क परिवहन विभाग को राज्य के सभी मार्गों की जांच में लगाया।(Road accidents in Rajasthan) इसी जांच के तहत चुरू जिले में बने राष्ट्रीय राजमार्ग 709 पर हाल ही में बनाए गए ओवरब्रिज की जांच की गई, जिसमें कई खामियां सामने आई हैं। इन खामियों के कारण सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, और अब इस मामले पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
सड़क हादसों के बाद सरकार की सख्त कार्रवाई
राजस्थान में सड़क हादसों की बढ़ती संख्या के बाद, राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए एक बड़े सड़क हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद सरकार हरकत में आई और सड़क परिवहन विभाग ने राज्य के सभी मार्गों की जांच शुरू की। इसी क्रम में चुरू जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 709 पर बने ओवरब्रिज की जांच के दौरान कई गंभीर खामियां पाई गईं।
ओवरब्रिज में खामियां ... 7 फीट चौड़ाई की कमी
सड़क परिवहन उप निरीक्षक रोबिन सिंह ने ओवरब्रिज की जांच के बाद बड़ी कार्रवाई की और सड़क व पुल निर्माण एजेंसी के खिलाफ 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। अधिकारियों के अनुसार, कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ओवरब्रिज के निर्माण में करीब 7 फीट चौड़ाई की कमी कर दी थी, जो सड़क सुरक्षा की दृष्टि से बेहद घातक साबित हो सकती है। इस कमी के कारण ब्रिज पर किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता था।
ब्रिज के दोनों साइड लाइन गायब
इसके अलावा, ओवरब्रिज के दोनों साइड लाइन भी गायब पाए गए। NH 709 ईएक्सटी के थिरपाली टोल पर न तो पेट्रोलिंग एंबुलेंस थी और न ही हाइड्रो क्रेन। इस खामी को लेकर विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए तीन कंपनियों और पीडब्ल्यूडी एनएच के अधिकारियों को पाबंद किया है और उन्हें सड़क सुरक्षा मापदंड के अनुसार अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
ब्रिज की चौड़ाई में कमी, हुआ गंभीर निरीक्षण
सोमवार को, परिवहन और सड़क सुरक्षा डीटीओ कार्यालय के अधिकारी रोबिन सिंह ने अपनी टीम के साथ रड़वा बाइपास ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि ओवरब्रिज की चौड़ाई चढ़ते और उतरते समय 33 फीट थी, जबकि बीच में यह चौड़ाई महज 26 फीट थी। इसके अलावा, सेंटर और साइड की दोनों लाइन गायब थीं।
कंस्ट्रक्शन कंपनी...अन्य एजेंसियों पर जुर्माना
डीटीओ इंस्पेक्टर रोबिन सिंह ने बताया कि जांच के दौरान रड़वा ओवरब्रिज की चौड़ाई में 7 फीट की कमी पाई गई और ब्रिज पर सेंटर और साइड पट्टियां भी गायब थीं, जिससे सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे थे। इसी कारण, पिलानी बाइपास ब्रिज को पिछले एक साल से बिना सुरक्षा के बंद रखा गया था। कंस्ट्रक्शन कंपनी पूनिया कंस्ट्रक्शन हिसार, मेंटिनेंस ठेकेदार राजेंद्र भांबू, झुंझुनूं टोल कलेक्शन ठेकेदार रामनिवास एंड कंपनी बीकानेर और पीडब्ल्यूडी चूरू NH शाखा एईएन के खिलाफ 10 लाख रुपये का चालान काटा गया है। इन एजेंसियों को सड़क सुरक्षा मापदंडों के अनुरूप रिपोर्ट देने के लिए पाबंद किया गया है।
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