Bundi: राव सूरजमल हाड़ा का उसी जगह बनेगा स्मारक, सांसद ओम बिरला बोले- जनभावना का सम्मान सर्वोपरि
Rao Surajmal Hada Memorial Dispute End: बूंदी। पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा के स्मारक को लेकर चल रहा विवाद सुलझ गया है। (Rao Surajmal Hada Memorial Dispute End) लोकसभा अध्यक्ष और कोटा- बूंदी सांसद ओम बिरला की पहल पर राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच वार्ता हुई। जिसमें उसी जगह पर छतरी निर्माण पर सहमति बनी, जिस जगह राव सूरजमल हाड़ा का 600 साल प्राचीन स्मारक बना हुआ था। आज ही छतरी का पुनर्निर्माण शुरू हो जाएगा।
राव सूरजमल हाड़ा की छतरी उसी जगह बनेगी, बनी सहमति
बूंदी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा का 600 साल पुराना स्मारक क्षतिग्रस्त करने का विवाद अब सुलझ गया है। इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष और कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला की पहल पर पूर्व सांसद इज्यराज सिंह की मौजूदगी में राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल की एयरपोर्ट अथॉरिटी और जिला प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता हुई। जिसमें जनभावना का सम्मान करते हुए पुरानी वाली जगह पर ही स्मारक निर्माण का फैसला लिया गया। स्पीकर ओम बिरला ने वार्ता में बनी इस सहमति के बारे में CM भजनलाल शर्मा को बताया। CM ने प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए आज ही स्मारक पुनर्निर्माण शुरू करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
स्मारक के पुनर्निर्माण के लिए कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई
राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से अधिकारियों की वार्ता के बाद सांसद ओम बिरला ने कहा कि पूर्व सांसद इज्यराज सिंह के मार्गदर्शन में समिति गठित करने का निर्णय लिया है। यह समिति स्मारक के पुनर्निर्माण और डिजाइन को लेकर अधिकारियों से कॉर्डिनेशन करेगी। इसके अलावा एयरपोर्ट परिसर में हाडौती के इतिहास से जुड़े पैनोरमा, पूर्व नरेश सूरजमल हाड़ा की प्रतिमा स्थापित करने सहित अन्य बिंदुओं पर भी सकारात्मक चर्चा हुई है। बिरला ने कहा कि धरातल पर कार्रवाई करते समय प्रशासन को संवेदनशीलता से काम करना चाहिए।
कोटा एयरपोर्ट केंद्र की सर्वोच्च प्राथमिकता वाला प्रोजेक्ट
कोटा- बूंदी सांसद ओम बिरला ने कोटा एयरपोर्ट निर्माण कार्य की समीक्षा भी की। इस दौरान अधिकारियों की ओर से बताया गया कि कोटा एयरपोर्ट को केंद्र सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। अगले कुछ महीनों में भूमि स्थानांतरण और DPR का काम पूरा कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। AAI ने प्रोजेक्ट के लिए इंजीनियरिंग कन्सलटेंट की नियुक्ति कर दी है। राजस्थान सरकार ने फॉरेस्ट लैंड डायवर्जन की सभी प्रकियाओं को पूरा कर प्रस्ताव अंतिम स्वीकृति के लिए भारत सरकार के वन मंत्रालय को भिजवा दिया है।
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