Ravneet Singh Bittu: बेअंत सिंह के पोते, मोदी 3.O में केंद्रीय मंत्री...कौन है रवनीत सिंह बिट्टू जो राजस्थान से जाएंगे राज्यसभा
Ravneet Singh Bittu: देश के चुनाव आयोग ने 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के बाद अब 21 अगस्त को नामांकन होना है. नामांकन से एक दिन पहले बीजेपी ने अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं. पंजाब के भाजपा नेता केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) को बीजेपी ने राजस्थान से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है जहां मंगलवार को भाजपा हाईकमान की बैठक में बिट्टू के नाम पर मुहर लगाई गई. मालूम हो कि कांग्रेस से राजस्थान के राज्यसभा सदस्य केसी वेणुगोपाल के लोकसभा सांसद बन जाने के बाद उनकी सीट खाली हो गई थी. वहीं प्रदेश में विधायकों के गणित के हिसाब से इस बार ये सीट बीजेपी के पाले में जाना तय लग रहा है.
इधर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को कांग्रेस की ओर से इन चुनावों में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. बता दें कि राज्यसभा के लिए सारी चुनावी प्रक्रियाओं के बाद 3 सितंबर को विधायकों के वोट डाले जाएंगे. वहीं वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा की 10 सीटें हैं जिनमें 5 सीटों पर कांग्रेस और 4 पर बीजेपी के सांसद काबिज हैं. दरअसल बिट्टू के नाम को लेकर कई दिनों से सियासी चर्चाएं चल रह थी जिसके बाद अब वो कल ही नामांकन दाखिल करेंगे.
लोकसभा चुनाव से पहले बदला था पाला
लुधियाना से 2 बार सांसद रह चुके रवनीत बिट्टू लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. मालूम हो कि बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बेअंत सिंह के पोते और पूर्व मंत्री तेज प्रकाश सिंह के बेटे हैं. बेअंत सिंह 31 अगस्त 1995 को खालिस्तानी आतंकियों ने कार को बम से उड़ा मार दिया था. बेअंत सिंह साल 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा रवनीत सिंह बिट्टू जब कांग्रेस में थे तो उन्हें राहुल गांधी के काफी करीबी माना जाता था. वहीं बीजेपी जॉइन करते ही बिट्टू को पार्टी ने लुधियाना से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया लेकिन उनकी कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से 20 हजार 942 वोटों से हार हुई.
2009 में जीते थे पहला लोकसभा चुनाव
रवनीत सिंह बिट्टू अपने राजनीतिक सफर में पहली बार आनंदपुर साहिब से 2009 में लोकसभा चुनाव जीते थे और इसके बाद 2014 के चुनावों में सीट बदल कर लुधियाना आ गए. बिट्टू के भाई गुरकिरत कोटली पंजाब की पूर्व चरणजीत चन्नी सरकार में में मंत्री रहे हैं. बिट्टू लुधियाना से 2019 के लोकसभा चुनाव में 70,000 से अधिक वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. वहीं 2009 में भी आनंदपुर साहिब से उनकी जीत 60,000 से अधिक वोटों की थी.