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Rajasthan: बढ़ती ठंड से भगवान को बचाने का जतन, गर्म कपड़े और रजाई ओढे नजर आए डिग्गी कल्याण महाराज

Diggi Kalyan Ji Mandir Tonk: देश-प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं के कष्ट दूर करने वाले डिग्गी कल्याण महाराज इन दिनों रजाई में लिपटे नजर आ रहे हैं. यह किसी संकट का नहीं बल्कि टोंक जिले की धार्मिक नगरी डिग्गी कल्याण के मंदिर...
12:12 PM Dec 13, 2024 IST | Kamlesh Kumar Mahawer

Diggi Kalyan Ji Mandir Tonk: देश-प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं के कष्ट दूर करने वाले डिग्गी कल्याण महाराज इन दिनों रजाई में लिपटे नजर आ रहे हैं. यह किसी संकट का नहीं बल्कि टोंक जिले की धार्मिक नगरी डिग्गी कल्याण के मंदिर में सर्दियों में निभाई जाने वाली परम्परा है.  बढ़ती सर्दी से भगवान को बचाने का जतन उनके आम श्रद्धालुओं द्वारा किया जाता है, इसमें भगवान को गर्म कपड़े पहनने से लेकर उनको लगने वाले भोग में भी सर्दी मिटाने वाले व्यंजन चढ़ाए जाते हैं...ताकि बढ़ती सर्दी का अहसास भगवान को ना हो, देखें यह रिपोर्ट

दरअसल सनातन संस्कृति में भक्त और भगवान का अनूठा प्रेम होता है... जिस तरह भगवान जगत का कल्याण करते हैं... भक्त भी अपने भगवान का पूरा ध्यान रखते हैं... और भक्त भगवान की प्रतिमा का इस तरह देखभाल करते हैं जैसे उनकी संतान हो... इसी आस्था भाव से डिग्गी श्री कल्याण जी महाराज को सर्दी से बचाने के लिए जतन किए जा रहे हैं। कल्याण जी महाराज के खानपान से लेकर उनके पहनावे में भी बदलाव आ गया है। ठाकुरजी को गर्म खाद्य पदार्थ निवेदित किए जा रहे हैं। रात में रजाई ओढ़ाई जा रही है। मंदिर में नियमित पकवानों के अलावा मेवों और गोंद की मिठाइयों के व्यंजन शामिल हो गए हैं।

रजाई के साथ जलाई जा रही अंगीठी

मंदिर पुजारी विजय नारायण शर्मा (जोनी) ने बताया कि भगवान को ठंड का एहसास ना हो इसलिए गर्म दूध और मेवे व हल्वे का भोग लगाया जा रहा है। मंदिर में अंगीठी जला रहे हैं पोशाक में परिवर्तन करने के अलावा सर्दी से बचाव के लिए सुबह-शाम अंगीठी जलाई जा रही है।

ऋतु परिवर्तन का असर भगवान पर भी पड़ रहा है। कल्याण जी महाराज को ऊनी बगलबंदी और पैरों में मोजे,जामा पजामा के साथ शयन में रजाई ओढ़ाई जा रही है। शरद पूर्णिमा से लेकर अक्षय तृतीया तक सर्दी की पोशाक धारण करवाई जाती है, जिसमें लगभग 40 मीटर कपड़े का प्रयोग किया जाता है।

भोग भी सर्दी से बचाव वाले

भगवान कल्याण को सर्दी में मेवायुक्त प्रसाद के साथ केसर दूध, खिचड़ा, बाजरे का चूरमा निवेदित किया जा रहा है। पुष्प से भगवान श्री कल्याण जी महाराज को सर्दी न लग जाय, इस के लिए ऐसे पुष्प भगवान को नहीं चढ़ा रहें हैं। मौसम को देखते हुए भगवान के भोग मे चूरमा,बांटी,दाल,चावल सहित श्री जी महाराज को दूध, केसर युक्त, खिचड़ा, ,हल्वा, बाजरे का चूरमा आदि से सेवा की जा रही है.

रजाई में ही भक्तों को हो रहे दर्शन

श्री कल्याण जी महाराज रजाई ओढ़कर इन दिनों अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। श्री कल्याण जी महाराज के इस रूप के दर्शन करने के लिए डिग्गी कस्बा ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। साथ ही भगवान से अपनी मुरादें मांग कर खुशी खुशी वापस जाते हैं श्रद्धालुओं का कहना है कि श्री जी मंदिर में भगवान से जो भी मांगा जाता है वह पूरा होता है।

पुजारी लेखराज शर्मा के मुताबिक सर्दी के मौसम में श्री कल्याण जी महाराज को रोज-रोज अलग ड्रेस पहनाया जाता है। ये पोशाक दिन के हिसाब से शुभ रंगों में बनवाई गईं हैं। जो खास दिनों में पहनाई जाती है।

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