राजस्थान में बारिश का कहर! सवाई माधोपुर में मकान ढहा, टोंक में उफान पर मासी नदी...बीकानेर-जयपुर में स्कूलों की छुट्टी
Rajasthan Monsoon Rain: राजस्थान में मानसून की बारिश लगातार कहर बरपा रही है जहां प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राजधानी जयपुर में बीते गुरुवार को बारिश ने जमकर त्राहि मचाई जहां 3 लोगों की मौत होने के साथ ही भारी नुकसान हुआ. वहीं शुक्रवार को बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रदेश के जयपुर, बीकानेर शहर के स्कूलों में छुट्टी करने का ऐलान किया गया है. इधर शुक्रवार को पाली, बीकानेर, सीकर सहित कई जिलों में लगातार बादल (Rajasthan Monsoon Rain) बरस रहे हैं. वहीं मौसम विभाग ने अजमेर सहित 8 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है जहां मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर का कहना है कि 5 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है.
बता दें कि बीते गुरुवार को जयपुर, सवाई माधोपुर, चूरू, हनुमानगढ़ और करौली के कई इलाकों में 4 इंच यानी 100MM से ज्यादा बारिश हुई. इसके साथ ही चूरू में अगस्त महीने में हुई बारिश के बाद पिछले 60 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. वहीं जयपुर में भी 12 साल में अगस्त में इतनी भारी बारिश कभी नहीं हुई. बता दें कि राजस्थान में अब तक मानसून सीजन में (1 जून से 1 अगस्त तक) 232.2MM बारिश हो चुकी है.
#SawaiMadhopur: तेज बारिश से ढहा मकान, पास में पार्क की हुई एक कार चकनाचूर
सवाई माधोपुर में पिछले 2 दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है जहां बीते रात जिला मुख्यालय के पुराने शहर में सिनेमा चौराहे के नजदीक सीलन आने से एक पुराना मकान भरभराकर गिर गया. अचानक मकान गिरने से… pic.twitter.com/8Z3s8FBwRV
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सवाई माधोपुर में ढहा एक मकान
इधर सवाई माधोपुर में पिछले 2 दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है जहां बीके रात जिला मुख्यालय के पुराने शहर में सिनेमा चौराहे के नजदीक सीलन आने एक पुराना मकान भरभराकर गिर गया. अचानक मकान गिरने से बहुत तेज आवाज हुई जिससे आस-पास के लोग सकते में आ गए और हड़कम्प मच गया. हालांकि मकान खाली होने से कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन मकान गिरने से मकान के नीचे पार्क की हुई एक कार चकनाचूर हो गई.
सवाई माधोपुर में उफान पर गलवा नदी
वहीं सवाई माधोपुर की गलवा नदी में शुक्रवार को तेज उफान दिखाई दिया जिसके बाद कई गांवों का संपर्क टूट गया. इसके अलावा चौथ का बरवाड़ा में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है. वहीं अजमेर में 3 घंटे में 22.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है जहां कल गुरुवार को भी अजमेर में 3 घंटे में 22.8 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई.
वहीं टोंक जिले में भारी बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं जहां सबसे ज्यादा असर पीपलू कस्बे में देखने को मिला है जिसका जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह से कट चुका है. इसके साथ ही मासी नदी जोरदार उफान पर बह रही है. टोंक जिले में इस मानसून सत्र में अभी तक 509 एमएम बारिश हो चुकी है.
#Pali: पाली जिले के सोजत में भारी बारिश के बाद उफान पर केलवाज नदी
पाली में लगातार बारिश का दौर जारी है जहां पिछले 24 घंटे में जिले की बाली तहसील में 70 एमएम, देसूरी उपखंड क्षेत्र में 79 एमएम व सादड़ी में 60 एमएम बारिश दर्ज की गई है. @DcDmPali #PaliNews #PaliPolice… pic.twitter.com/zLDVDwHyFH
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माउंट आबू में 24 घंटे में 3 इंच बारिश दर्ज
वहीं सिरोही जिले में बीते रात से रुक-रुककर कहीं तेज़ तो कहीं हल्की बारिश देखने को मिल रही है. बीते 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश प्रदेश के एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में देखने को मिली जहां 24 घंटे में 75 एमएम बारिश दर्ज की गई. इसके साथ ही सिरोही में 23 एमएम, पिण्डवाड़ा में 10, देलदर में 17 व आबूरोड में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई है. बारिश के बाद सड़कों पर कई जगह पानी भी भर गया है और माउंट आबू में मौसम सुहावना हो गया है. आबूरोड के सियावा रोड, गिरवर रोड, तलहटी और आसपास के पहाड़ी इलाकों पर बादलों का आवाजाही बनी हुई है। बारिश के बाद शहर में सड़को पर भी कई जगह पानी भरा गया है.
रिमझिम बारिश के रूप में बरस रहा अमृत, किसानों के चेहरे खिले
वहीं बूंदी में पिछले दो दिनों से सामान्य से धीमी यानी रिमझिम बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसानों को इस बारिश से फसल की अच्छी पैदावार और क्वालिटी की उम्मीद जगी है. वहीं जिले में पूरी रात रिमझिम बरसात का दौर जारी रहा जहां जिलेभर में सोयाबीन, धान, मक्का, उड़द समेत अन्य फसलों के लिए बारिश का यह पानी जीवनदान की तरह रहा.
पिछले दो दिन से रात की रिमझिम बारिश के बाद किसान खेतों में पहुंच गए और खेती-बाड़ी के काम में जुट गए। किसान किशन गोपाल ने बताया कि तेज बारिश से जितना लाभ नहीं होता, उतना धीमी गति की बारिश से होता है। इससे बारिश का पानी धीरे-धीरे खेतों में रमता है और फसलों की पैदावार की क्वालिटी अच्छी होती है। किसान श्याम सुंदर ने बताया कि इस बारिश से लाभ तो है, लेकिन अभी और पानी की जरूरत होगी.
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