Dussehra 2024: बुराई और असत्य की हुई हार, राजस्थान में दशहरा की धूम... जले सैकड़ों फीट के रावण
Vijayadashami 2024: राजस्थान में विजयादशमी (Vijayadashami 2024) का उत्सव धूमधाम से मनायाए जहां विभिन्न क्षेत्रों से रावण दहन की अद्भुत तस्वीरें सामने आई हैं। बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में, लोग अपने-अपने तरीके से रावण का दहन कर रहे हैं, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार भी करता है। इस खास मौके पर, हर गली, मोहल्ले और नगर में रावण के पुतले को जलाकर, न केवल बुराई का नाश करने की कामना की जा रही है, बल्कि एकजुटता और सामूहिकता का भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
जयपुर में 105 फीट ऊंचे रावण और 90 फीट ऊंचे कुंभकर्ण का भव्य दहन
विजयादशमी के अवसर पर आज जयपुर के आदर्श नगर स्थित दशहरा मैदान में भव्य रावण पुतला दहन किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया, जहां 105 फीट ऊंचे रावण और 90 फीट ऊंचे कुंभकर्ण के पुतले का दहन किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "रावण पुतला दहन के साथ हमें अपनी बुराइयों और अहंकार का विनाश करना चाहिए। रावण की मौत उसके अहंकार के कारण हुई थी।"
उनके संबोधन के बाद, उपस्थित हजारों लोगों ने "जय श्रीराम" के नारे लगाए। इस समारोह में जयपुर सांसद मंजू शर्मा, विधायक रफीक खान, महापौर कुसुम यादव और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता का भी संदेश देता है।
कोटा में रावण के अहंकार का अंत, लाखों की भीड़ बनी साक्षी
विजयादशमी के अवसर पर कोटा शहर में रावण का दहन धूमधाम से किया गया, जहां लाखों लोगों ने इस धार्मिक उत्सव का आनंद लिया। भगवान लक्ष्मी नारायण जी की भव्य सवारी के बाद, रात 8 बजे के आसपास 80 फीट के रावण और 60-60 फीट के कुंभकरण तथा मेघनाद के पुतले धूं-धूं कर जलाए गए। इस साल रावण की सोने की लंका का आतिशबाजी के साथ प्रदर्शन भी खास आकर्षण बना।
दशहरा मैदान में आयोजित इस उत्सव में कोटा के पूर्व राज परिवार के महाराव इज्यराज सिंह ने रावण के कुंभ में तीर चलाया। मेले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी शामिल हुए। इस बार मेला भव्य बनाने के लिए कई नए नवाचार किए गए हैं।
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