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Rajasthan: जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए राजस्थान के अग्निवीर जितेंद्र सिंह, 6 महीने बाद मिला शहीद का दर्जा

राजस्थान के अग्निवीर जितेंद्र सिंह तंवर को शहादत के छह महीने बाद शहीद का दर्जा मिल गया है।
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Rajasthan News: राजस्थान के अलवर जिले के अग्निवीर जितेंद्र सिंह तंवर को छह महीने बाद शहीद का दर्जा मिल गया है। (Rajasthan News) जितेंद्र सिंह तंवर जम्मू कश्मीर में 9 मई को एक सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए थे। 11 मई को उनकी पार्थिव देह की पैतृक गांव अलवर के नवलपुरा-मोरोड कला में अंत्येष्टि की गई। अब छह महीने बाद केंद्र सरकार की ओर से जितेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया गया है।

आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे जितेंद्र

जितेंद्र सिंह तंवर 29 दिसंबर 2022 को भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। 3 पैरा स्पेशल फोर्स में जितेंद्र सिंह को शामिल किया गया। एक साल बेंगलुरु में ट्रेनिंग के बाद 29 फरवरी 2024 को उनकी पहली पोस्टिंग जम्मू-कaश्मीर में हुई। ज्वाइनिंग के 3 महीने बाद 9 मई 2024 को राजौरी इलाके में सर्च ऑपरेशन किया जा रहा था। जिसमें जितेंद्र सिंह भी शामिल थे। इस सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से उनकी मुठभेड़ हो गई। जिसमें आतंकियों ने उनके सिर पर गोली मार दी, जिसकी वजह से जितेंद्र सिंह शहीद हो गए।

6 महीने बाद मिला शहीद का दर्जा

जितेंद्र सिंह तंवर की शहादत के बाद परिवार ने शहीद का दर्जा देने की मांग की। जिसे अब छह महीने बाद केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है और जितेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया गया है। शहीद जितेंद्र सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, बड़े भाई और मां सरोज देवी हैं। परिवार को सोमवार को शहीद का दर्जा वाला पत्र मिला। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी जितेंद्र सिंह के परिवार को पैकेज को लेकर आश्वासन दिया है। वहीं केंद्र से मिली सहायता शहीद के परिजनों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी है।

राजस्थान सरकार से भी मदद की मांग

शहीद जितेंद्र सिंह तंवर के मामले में 3 पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल तरुराज देव ने 11 नवंबर 2024 को राजस्थान के चीफ सेक्रेटरी सुधांश पंत को भी पत्र लिखा था। जिसमें शहीद सैनिक के परिवार को पुनर्वास सहायता के तहत सुविधाएं प्रदान करने की मांग की गई। माना जा रहा है कि राजस्थान सरकार की ओर से भी जल्द नियमानुसार शहीद परिवार को पुनर्वास सहायता दी जाएगी।

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