Rajasthan: जानलेवा मानसून की पहली बारिश! भरतपुर में दो बहनें डूबी, झुंझुनूं में बिजली पोल में दौड़े करंट से 1 की मौत
Rajasthan Monsoon Rains: देशभर में मानसून की एंट्री हो चुकी है जहां कई राज्यों में बादल जमकर बरस रहे हैं तो कई इलाकों में बारिश आफत बनकर कहर बरपा रही है. राजस्थान के भी कई जिलों मानसून की अच्छी शुरूआत हुई है जहां लगातार बारिश के बाद बांधों में पानी की आवक होने लगी है तो कई इलाकों में बारिश के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने प्रदेश के 10 से अधिक जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. पिछले 24 घंटे में जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर, झुंझुनूं, नागौर, झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई है.
मानसून को लेकर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक जिस गति से बारिश हो रही है आने वाले दिनों में यही रफ्तार रही तो इस बार प्रदेश में मानसून अच्छा रहेगा. वहीं कई जिलों में बारिश जानलेवा तो कई जगहों पर कहर के तौर पर बरसी है जहां कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है और कई जिलों में बारिश के बाद पशु-पक्षियों और जान-माल के नुकसान की भी घटनाएं सामने आई है.
जानकारी के मुताबिक जोधपुर में भी तेज बारिश के बाद त्रिपोलिया बाजार समेत कई जगह सड़कों पर जलभराव हो गया. वहीं जैसलमेर में भी तेज बारिश के बाद करणी कॉलोनी और पास की कच्ची बस्ती इलाकों में पानी भर गया. वहीं भरतपुर के बयाना में शुक्रवार रात आकाशीय बिजली गिरने से बाड़े में बंधे 12 पशुओं की मौत हो गई. इससे पहले दिन में दो बहनों की भी डूबने से मौत हुई थी. इसके अलावा मानसून की पहली बारिश में दोपहर कोतवाली थाना इलाके के पंचदेव मंदिर के पास एक बिजली के पोल में करंट दौड़ने के बाद 5 लोग इसकी चपेट में आ गए जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 3 घायल हो गए.
भरतपुर में नगर पुलिस थाना पूरी तरह से जलमग्न
इधर पिछले कई दिनों से भरतपुर में रुक-रुक कर हो रही बारिश का दौर शनिवार को भी जारी है जहां बारिश होने से किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं और किसान खेतों की बुवाई में लग गए हैं. वहीं खाद बीज की दुकानों पर किसानों की भीड़ देखने को मिल रही है. इसके अलावा शहर में समय पर नालों की सफाई नहीं होने की वजह से कई स्थानों पर जल भराव की समस्या से लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है जहां कलेक्ट्रेट परिसर, मुख्यमंत्री जनसुनवाई केंद्र सहित कई सरकारी कार्यालय में कुछ देर की बारिश में जलभराव हो जाता है. वहीं सुबह से हो रही झमाझम बारिश से नगर का पुलिस थाना परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। थाने के रिकॉर्ड रूम, कंप्यूटर रूम, सहित सिपाहियों के कमरों तक में पानी भर गया है। पानी भरने से कमरों में रखा सामान पानी में बहता हुआ दिखाई दे रहा है। बारिश होने से पुलिस थाना परिसर का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
भरतपुर में 12 जानवरों की मौत
बता दें कि शनिवार सुबह से ही भरतपुर के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई जहां कई जगहों पर पुराने झरने भी बहने लगे हैं. इसके अलावा बयाना में शुक्रवार रात करीब 11 बजे आकाशीय बिजली गिरने से बाड़े में बंधे 12 पशुओं की मौत हो गई जिनमें 8 भैंस और 4 बछड़े शामिल थे. वहीं बासन गेट इलाके और कई निचलों इलाकों में पानी भरने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है और नगर निगम के दावों की पोल खुल गई है.
डीग में पानी में डूबी 2 सगी बहनें
वहीं डीग जिले के कामां थाना इलाके के गांव छिछरवाड़ी में पानी से भरे गड्ढे में दो सगी बहनें डूब गई जहां छोटी बहन की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार गांव छिछरवाड़ी निवासी शयाम की बड़ी बेटी ख़ुशी (11), छोटी बेटी चंचल (9) और बेटा भरत (6) गांव के पास ही जंगल में शौच के लिए गए थे और बारिश के कारण जंगल में कीचड़ हो रहा था जिसमें तीनों भाई-बहनों के पैर कीचड़ में हो गए.
इसके बाद ख़ुशी और चंचल दोनों पास ही एक गड्ढे में भरे पानी से अपने पैर धोने लगी और दोनों गड्ढे में भरे पानी में नहाने लगी. इस बीच अचानक दोनों बहनें गड्ढे में भरे पानी में डूबने लगी और करीब 10 मिनट बाद पानी से चंचल को निकाला गया लेकिन पानी में डूबने से चंचल ने दम तोड़ दिया था. वहीं छोटी बहन ख़ुशी को बचा लिया गया।
झुंझुनूं में 1 की करंट लगने से मौत
इधर बीते शुक्रवार को राज्य के झुंझुनूं जिले में मानसून की पहली तेज बारिश जानलेवा साबित हुई. मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर कोतवाली थाना इलाके के पंचदेव मंदिर के पास एक बिजली के पोल में करंट दौड़ने के बाद 5 लोग इसकी चपेट में आ गए जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 3 घायल हो गए.वहीं इस पूरी घटना की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां करंट की चपेट में आए लोग पानी में बहते हुए दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि करंट लगने से जिस युवक की मौत हो गई वह पानी में 1500 मीटर तक बह गया था. घटना के मुताबिक बिजली के पोल के पास एक जूस के केबिन में 5 लोग थे जहां 4 लोग तुरंक करंट की चपेट में आ गए.
घोड़ा पछाड़ नदी के एनिकट पर चली चादर
वहीं बूंदी के नमाना क्षेत्र व आसपास के गांव में 2 दिन पहले पूर्व दो से तीन घंटे तक हुई झमाझम बारिश से नदी नालों में पानी की काफी आवक हुई है जहां राजस्थान में मानसून की एंट्री होने के साथ पहली बारिश में ही नमाना कस्बे में स्थित निकल रही घोड़ा पछाड़ नदी का जलस्तर बढ़ गया और वहां बने एनिकट पर चादर चलना शुरू हो गई। इसी के साथ ही क्षेत्र के पर्यटकों को लुभाने वाला केवड़िया गांव स्थित भेरू पुल पर भी इस पहली बरसात में ही चादर चलनी शुरू हो गई है.