राजस्थान में मानसून का कहर! कहीं फंसी गाड़ियां...तो कहीं बहा पुल, जोधपुर में डूबा युवक...बूंदी में अस्पताल में भरा पानी
Rajasthan Monsoon Rains: देश में धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा मानसून राजस्थान में दस्तक दे चुका है जहां राजस्थान के 15 जिलों में बादल बरसने लगे हैं. बीते गुरुवार से ही पाली, जालोर, बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, भरतपुर सहित कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. वहीं मौसम विभाग ने आने वाले 10 दिनों में प्रदेश के करीब सभी इलाकों में अच्छी बारिश की संभावना बताई है. इसके अलावा बारिश के साथ कई जिलों में तेज आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भी दी गई है.
मानसून की बारिश के साथ ही लोगों को जहां गर्मी और उमस से राहत मिली है वहीं कई जगह बारिश से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हुआ है. बीते गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों से बारिश के चलते कई नुकसान की खबरें सामने आई जहां जोधपुर में प्रशासन की लापरवाही के चलते थोड़ी सी बारिश में हुए जल भराव के बाद एक खुले नाले में युवक डूब गया. वहीं बूंदी जिले के तालेड़ा अस्पताल में तेज बारिश से करीब डेढ़ फीट तक पानी भर गया.
जोधपुर में नाले में गिरने से युवक की मौत
मानसून के दस्तक देने के साथ ही जोधपुर में प्रशासन की पोल खुल गई जहां पहली बारिश से शहर के कई इलाकों में पानी भर गया और प्रशासन की लापरवाही से खुले नाले में गिरने से एक युवक को जान से हाथ धोना पड़ा. दरअसल जोधपुर में जगह-जगह जल भराव देखने को मिला जहां एयरपोर्ट रोड़ पर भी काफी पानी भर गया जिसके बाद कुछ युवकों ने पुलिस को सूचना दी कि नाले में एक युवक डूब गया है जिसके बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा.
वहीं कड़ी मशक्कत के बाद युवक को बाहर निकाला गया और गंभीर हालत में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया. इधर नाले में डूबने से युवक तगाराम की मौत के बाद उनके परिजन न्याय और मुआवजा की मांग को लेकर युवक के जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर शव रखकर धरना दे रहे हैं. स्थानीय लोगों की मांग है कि मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए.
बूंदी के तालेड़ा में अस्पताल में भरा पानी
वहीं बूंदी जिले के तालेड़ा अस्पताल में तेज बारिश से करीब डेढ़ फीट पानी भर गया जहां पानी भरने से अस्पताल की ओपीडी में सहित अन्य कमरों में मौजूद मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ी. वहीं सुबह अस्पताल प्रशासन ने पानी को निकलवाया और गंदगी की सफाई की हालांकि पानी भरने से पूरी रात मरीजों को परेशानी हुई. डयूटी चिकित्सक ने भी पानी से सराबोर अस्पताल में बैठकर ही मरीज देखे. वहीं मामले की जानकारी पर देर रात अस्पताल प्रभारी डॉ ब्रजमोहन मालव पहुंचे और हालात से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया.
बाड़मेर में कई जगह जलभराव
वहीं बाड़मेर में आधे घंटे की तेज बारिश के बाद शहर में जगह-जगह जल भराव हो गया जहां कई निचली बस्तियों में बारिश का पानी चला गया. हालांकि, उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है लेकिन बाड़मेर-जैसलमेर हाईवे पर डाबला गांव के पास शुक्रवार सुबह सड़क पर बहते पानी में एक स्कॉर्पियो सहित कई गाड़ियां फंस गई जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई. इसके अलावा जैसलमेर के कुलधरा के पास काक नदी पर बनाया गया छोटा पुल पहली बारिश नहीं झेल सका और बह गया.
इधर कोटा में इंतजार!
वहीं राजस्थान प्रदेश में मानसून भले ही आ गया हो लेकिन हाड़ौती संभाग के खाली पड़े बांध मूसलाधार बारिश की उम्मीद कर रहे हैं जहां जल संसाधन विभाग की कंट्रोल रूम की रिपोर्ट के मुताबिक संभाग के 79 छोटे-बड़े डैम में से 58 छोटे-बड़े डैम खाली पड़े हैं और बाकी में 23 फ़ीसदी पानी बचा है. गौरतलब कि पिछले मानसून सत्र में हाड़ौती संभाग में कम बारिश हुई थी और इसी के चलते इस बार बांधों का पानी जल्दी खत्म हुआ है. वहीं दूसरा बड़ा कारण यह रहा कि इस बार भीषण गर्मी पड़ने के कारण भी बांधों का पानी जल्दी खत्म हो गया.
सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में दिखा अद्भुत नजारा
इधर बारिश में कोई झूम भी रहा है जहां झमाझम बारिश के बाद झीलों की नगरी उदयपुर में मौसम सुहाना हो गया और उदयपुर के सज्जनगढ़ स्थित बायोलॉजिकल पार्क में घड़ियाल के बच्चों ने मां की पीठ पर बैठकर बारिश की बूंद का आनंद लेते दिखाई दिए जिसका खूबसूरत वीडियो भी सामने आया है. रेंजर जयवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया कि करीब दो दर्जन बच्चे 12 दिन के है जिसका बायोलॉजिकल पार्क में पूरा ख्याल रखा जा रहा है.