राजस्थान में 450 रुपए में सिलेंडर का वादा हवा-हवाई! बिना सब्सिडी के 23 लाख परिवार, गहलोत बोले- "मोदी की गारंटी" हुई फेल
Rajasthan LPG Cylinder Subsidy: किसी भी राज्य में चुनावों से पहले हर राजनीतिक दल चुनावी वादों की झड़ी लगा देता है हालांकि चुनाव के बाद कितने वादे जमीनी हकीकत में बदलते हैं इस पर सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. राजस्थान में बीते साल विधानसभा चुनाव हुए जहां वर्तमान में सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने जनता से कई वादे किए जिनके हकीकत में बदलने की 5 साल की मियांद को एक साल से अधिक समय हो चुका है लेकिन कितने ही लाखों परिवारों को गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी नहीं मिली है. जी हां, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े परिवारों को वर्तमान सरकार ने 450 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने का वादा किया था लेकिन 23 लाख से ज्यादा परिवारों को अभी तक सब्सिडी का पैसा नहीं मिला है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 23 लाख परिवारों ने अक्टूबर-नवंबर में करीब 84 करोड़ रुपए गैस सिलेंडर खरीदने के लिए कंपनियों में जमा करवा दिए हैं लेकिन अभी तक सब्सिडी का इंतजार कर रहे हैं. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान की गरीब जनता सोच रही है कि भाजपा के झांसे में आने के कारण महंगा सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है एवं मुख्यमंत्री जी अपने भाषणों में इन सब जरूरी बातों का जिक्र करने की बजाय केवल हवा-हवाई जुमले सुनाने में व्यस्त हैं.
दिसंबर के बाद नहीं मिली सब्सिडी
मालूम हो कि राजस्थान में उज्ज्वला योजना में ही 450 रुपए में ही सिलेंडर दिया जाता था जिसे बाद में खाद्य सुरक्षा योजना कर दिया गया जिसमें एक सिलेंडर करीब 806.50 रुपए का मिलता है जिसमें 356.50 रुपए राज्य सरकार वहन करती है. वहीं राज्य सरकार ने पहले बजट में घोषणा करते हुए कहा था कि खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े परिवारों को भी 450 रुपए में सिलेंडर देंगे जिसकी पहली सब्सिडी दिसंबर में ट्रांसफर की गई.
वहीं अक्टूबर में सिलेंडर खरीदने वाले 11.46 लाख और नवंबर के 12.20 लाख परिवारों को अभी तक सब्सिडी का पैसा नहीं मिला है. दरअसल उज्जवाला योजना में 450 रुपए में सिलेंडर उपलब्ध करवाया जा रहा है जिसमें 356.50 रुपए की सब्सिडी और 300 केंद्र से वहीं, 56.50 रु. राज्य सरकार देती है.
गहलोत ने किया तीखा हमला
वहीं राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज ही के दिन बजट भाषण में 2 साल पहले मैंने उज्ज्वला एवं BPL परिवारों की महिलाओं को 500 रु में रसोई गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी जिसकी क्रियन्वति में महिलाओं को समयबद्ध तरीके से सब्सिडी ट्रांसफर कर 500 रु में गैस सिलेंडर दिया गया. वहीं भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार में आने पर 450 रु में गैस सिलेंडर दिया जाएगा परन्तु आज के अखबार की सुर्खियां बता रही हैं कि पिछले साल के अक्टूबर एवं नंवबर महीने में लिए गए गैस सिलेंडर की सब्सिडी नहीं मिली है.
गहलोत ने कहा कि राजस्थान की गरीब जनता सोच रही है कि भाजपा के झांसे में आने के कारण महंगा सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है एवं मुख्यमंत्री जी अपने भाषणों में इन सब जरूरी बातों का जिक्र करने की बजाय केवल हवा-हवाई जुमले सुनाने में व्यस्त हैं. इधर सरकार के मंत्री सुमित गोदारा ने कहा है कि सितंबर की कुछ राशि आईएफएससी कोड की त्रुटि से नहीं गई है जिसे सही करके अब अक्टूबर व नवंबर की राशि एक साथ भेजी जाएगी.