"जयपुर में 20 हजार रुपये दो, मनपसंद डिग्री लो..." फर्जी डिग्रियों का भंडाफोड़, कई बड़ी यूनिवर्सिटीज की मार्कशीट मिली
Fake Degree in Jaipur: राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार की जड़ें और गहरी होती जा रही हैं। हाल ही में सामने आए फर्जी डिग्री गिरोह (Fake Degree in Jaipur) के खुलासे ने शिक्षा प्रणाली की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जयपुर पुलिस ने हाल ही में जयपुर शहर में संचालित एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया, जो देश के विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां और डिप्लोमा बेचने का काम कर रहा था।
इस गिरोह ने न केवल जयपुर स्थित निजी विश्वविद्यालयों को निशाना बनाया, बल्कि देशभर के कई राज्यों के विश्वविद्यालयों से जुड़े फर्जी डिग्री और डिप्लोमा मात्र 20 हजार से 50 हजार रुपए में बेचे जा रहे थे। चूरू, सीकर और चित्तौड़गढ़ में भी इस तरह के फर्जीवाड़े का खुलासा हो चुका है, जो राज्य के शिक्षा तंत्र की गिरती स्थिति की ओर इशारा करता है।
पुलिस की छापेमारी: कंसल्टेंसी सेंटर्स पर गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार
जयपुर में फर्जी डिग्री कारोबार का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने कंसल्टेंसी सेंटर्स पर छापा मारकर 750 से अधिक फर्जी डिग्रियां और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। डीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम की अगुवाई में इस कार्रवाई में चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई... गिरोह का पर्दाफाश
मुखबिर के जरिए मिली सूचना के आधार पर एडिशनल डीसीपी आशाराम चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई थी, जिसने जगतपुरा स्थित एक दुकान पर छापा मारा। पुलिस ने मौके से दर्जनों फर्जी डिग्रियां, डिप्लोमा, मार्कशीट, किरायानामा, चैकबुक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
गिरोह के प्रमुख सदस्यों की गिरफ्तारी: सक्रिय सदस्य कौन हैं?
डीसीपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि यह गिरोह ई-मित्र और कोचिंग सेंटर की आड़ में काम कर रहा था। बेरोजगार युवाओं को नौकरी का प्रलोभन देकर बिना परीक्षाओं में शामिल हुए ही डिग्रियां देने की गारंटी दी जाती थी। इस दौरान फर्जी डिग्रियां और डिप्लोमा भी तैयार किए जाते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बिहार निवासी विकास मिश्रा, जयपुर के सांगानेर निवासी सत्यनारायण शर्मा और बहरोड निवासी विकास अग्रवाल शामिल हैं। इनके खिलाफ विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज बनाने के आरोप लगाए गए हैं।
बरामद फर्जी दस्तावेजों की सूची: क्या क्या मिला?
पुलिस ने विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियों की एक लंबी सूची जारी की है, जिसमें शामिल हैं।
- जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी: विभिन्न पाठ्यक्रमों की 96 अंकतालिकाएं, डिप्लोमा, और अन्य प्रमाणपत्र।
- सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी: दो एमसीए सेमेस्टर अंकतालिकाएं।
- प्रताप यूनिवर्सिटी: लाइब्रेरी और सूचना विज्ञान की अंकतालिका।
- वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय: आरएससीआईटी के 124 सर्टिफिकेट।
अन्य फर्जी दस्तावेजों की बरामदगी: धोखाधड़ी का यह सिलसिला कब तक चलेगा?
पुलिस ने 29 फर्जी किरायानामे, 12 चेकबुक, 97 शपथ पत्र, 14 बैक पासबुक, 13 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 9 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के आईडी कार्ड, और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए हैं।
यह भी पढ़े:Udaipur: गोगुंदा में दहशत का खात्मा ! इंसानी शिकार करने वाला पैंथर मारा गया ?