Karauli Murder Case: हिंडौन मूकबधिर बालिका हत्याकांड का खुलासा, बच्ची के मां-पिता और मामा ने की थी हत्या, सभी गिरफ्तार
Karauli Murder Case: करौली। राजस्थान के करौली जिले स्थित हिंडौन सिटी में 10 वर्षीय मूकबधिर बच्ची डिंपल मीणा की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस केस में बीते कई दिनों से न्याय के लिए बच्ची के परिजन जयपुर में धरने पर बैठे थे। आज पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बच्ची के माता-पिता और मामा ने बच्ची की हत्या की साजिश रची थी। जिसके साथ ही पुलिस ने माता-पिता और मामा तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह पूरा मामला
करौली के हिंडौन में 9 मई सुबह घर के बाहर खेल रही 10 साल की मूकबधिर बच्ची को घर से 100 मीटर दूर खेत में पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। जिसके बाद निर्वस्त्र दौड़ती हुई बच्ची अपने घर पहुंची और अपने ऊपर पानी डाल लिया था। बच्ची ने मां को इशारों में समझाने की कोशिश कि दो लोग पटरियों की तरफ भाग गए। आग से बच्ची बुरी तरह से झुलस चुकी थी। इस घटना के बाद परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। जहां हिंडौन सिटी हॉस्पिटल में बच्ची को भर्ती कराया गया। बच्ची की हालत नाजुक थी।
जयपुर एसएमएस रेफर
तो लिहाजा 9 मई को ही बच्ची को जयपुर एसएमएस रेफर कर दिया गया था। जहां 14 मई को शाम करीब 6.30 बजे मूक बधिर एक्सपर्ट द्वारा बच्ची के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं। जहां 20 मई को इलाज के दौरान मौत होने के बाद 21 मई को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया था। अब पुलिस ने मामले की जांच के बाद बताया कि हिंडौन सिटी पुलिस द्वारा जब अस्पताल जाकर बच्ची का बयान दर्ज करने के प्रयास (Karauli Murder Case) किए गए बालिका बयान दर्ज करने की स्थिति में नहीं थी।
पिता ने दर्ज करवाई रिपोर्ट
बच्चों के माता-पिता द्वारा घटनाक्रम के बारे में कुछ नहीं बताया गया था। जिसके बाद 11 मई को पीड़िता के पिता करण सिंह निवासी दादनपुर थाना टोडाभीम द्वारा जानबूझ कर झूठी रिपोर्ट दी गई थी। जिसमें लड़की को दो जनों द्वारा जलाकर रेलवे लाइन की तरफ भागना बताया गया था। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता के अनुवादक द्वारा इलाज के दौरान बयान दर्ज किए थे। जिसकी वीडियोग्राफी कराई गई। जिन बयानों में पीड़िता (Karauli Murder Case) द्वारा एक व्यक्ति द्वारा पेट्रोल से जलाना बताया गया था।
इलाज के दौरान बयान दर्ज
इस दौरान पुलिस ने मोबाइल के जरिए कुछ व्यक्तियों के फोटो दिखाएं जिसमें उसने पहचान लिए। फिर 20 मई को लड़की की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद परिजनों द्वारा सोशल मीडिया पर मूकबधिर बालिका से दुष्कर्म की झूठी अफवाह फैलाई गई। इस मामले की पुलिस ने गहनता से जांच की, तो जांच के दौरान पाया कि पीड़िता की मां से लड़ाई होने के बाद गुस्सा होकर भाग कर स्वयं को जलनशील पेट्रोल से जलने की कोशिश की गई थी।
माता-पिता और मामा गिरफ्तार
इस सच को मां द्वारा छिपा लिया गया था। फिर मौके से पेट्रोल वाली बोतल को लाकर अपने घर में छुपा कर रखा गया था। फिर दो दिन बाद सोच समझ कर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मामले में पुलिस को जांच में करण सिंह मीणा, उसकी पत्नी कमलेशी मीणा और मामा राजेश मीणा की साजिश मिली है। जिनके विरुद्ध मामला दर्ज करके लड़की के माता-पिता और मामा को जयपुर धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया है।
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