"मेरे बयान का विरोध करने वाले टीचर बेवकूफ..." मदन दिलावर बोले- जो हमारा परिवेश, वैसे कपड़े पहनें
Madan Dilawar Statement: राजस्थान के शिक्षामंत्री मदन दिलावर वर्तमान में अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं. बीते बुधवार को नीमकाथाना के नृसिंहपुरी में शिक्षा मंत्री ने राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूल के जीर्णोद्धार भवन का लोकार्पण के दौरान महिला टीचरों के कपड़ों को लेकर एक बयान दिया जिसके बाद से उनके बयान पर बवाल जारी है. वहीं मंत्री ने अपने बयान के 24 घंटे बाद हल्का सा यू-टर्न लिया था.
इसके बाद शुक्रवार को बारां में मीडिया से बात करते हुए दिलावर ने शिक्षामंत्री ने टीचर्स के कम कपड़े पहनने वाले बयान पर एक बार फिर सफाई दी लेकिन उनके बयान का विरोध करने वालों को बेवकूफ और मूर्ख बता दिया. दिलावर ने कहा कि जो मेरे बयान का विरोध कर रहे हैं वो शिक्षक बेवकूफ है.
"मेरे बयान के विरोध में जो शिक्षक बोल रहे हैं वो बेवकूफ है"
महिला शिक्षकों के कपड़ों के बयान के बाद घिरे शिक्षामंत्री ने अब कहा - मेरे उस बयान का विरोध करने वाले शिक्षक बेवकूफ है...मैंने कहा था कि बच्चों को अच्छे संस्कार मिले इसके लिए शिक्षकों को अच्छा बर्ताव और व्यवहार करना… pic.twitter.com/VbYbA4vskT
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) October 18, 2024
दरअसल दिलावर ने बुधवार को कहा था कि कई शिक्षिका अच्छे कपड़े नहीं पहन कर स्कूल जाती है और शरीर को दिखाकर चलती हैं. हालांकि अपने बयान पर सफाई देते हुए दिलावर ने गुरुवार को जोधपुर में कहा कि मैंने जो अर्धनग्न को परिभाषित किया था वो शब्द नहीं बोला. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया मेरे इस बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. मैंने सिर्फ यह कहा था कि कम कपड़े पहनकर शिक्षक विद्यालय जाते हैं जिससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
"हमारे परिवेश जैसे कपड़े पहनें"
दिलावर ने कहा कि मैंने ये कहा था कि जो विद्यार्थी हैं वो आधा समय अपने माता-पिता और आधे समय स्कूल में रहता है तो मां-बाप के साथ ही गुरुजनों को ध्यान रखना चाहिए है कि वह कैसा व्यवहार कर रहे हैं और क्या पहन रहे हैं क्योंकि बच्चे इससे सीखते हैं वो संस्कार दोनों जगह से लेते हैं. दिलावर ने आगे कहा कि हम जिस परिवेश में रहते हैं उस प्रकार के कपड़े पहनने चाहिए जिससे बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़े.
'कुछ शिक्षिका अच्छे कपड़े नहीं पहनती'
दिलावर ने नीमकाथाना में कहा था कि स्कूलों में कई शिक्षिका अच्छे कपड़े नहीं पहन कर जाती, वे पूरे शरीर को दिखाकर चलती हैं जिससे बच्चों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि उन शिक्षिका को सोचना चाहिए कि हम लोगों को किस तरीके के कपड़े पहनने चाहिए और कैसे रहना चाहिए. दिलावर ने ये भी कहा था कि कई टीचर्स स्कूल में गुटखा खाकर जाते हैं और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ता है.
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