कांग्रेस MLA श्रवण कुमार की साधु-संतों पर टिप्पणी से बवाल! BJP का फूटा गुस्सा, सदन में उठी माफी की मांग
Rajasthan Assembly Session: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान लगातार विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा चल रही है जहां सत्ता और विपक्ष के विधायकों के बीच वार-पलटवार का दौर जमकर चल रहा है. कांग्रेस विधायकों के बयानों पर सत्ता पक्ष हंगामा करने का कोई मौका नहीं छोड़ता तो सत्ता के विधायकों के बयानों पर विपक्ष जोरदार घेराबंदी कर रहा है. इसी कड़ी में बीते बुधवार को झुंझुनूं के सूरजगढ़ से आने वाले श्रवण कुमार के बाबाओं और संतों को लेकर दिए गए एक बयान पर गुरुवार को सदन में जोरदार हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष की ओर से विधायक से माफी मांगने का दबाव बनाया गया.
इसके बाद विपक्ष और पक्ष के विधायकों के बीच जमकर नोकझोंक हुई और सदन की कार्यवाही भी स्थगित हुई. मालूम हो कि विधानसभा में बुधवार को विधायक श्रवण कुमार ने आयुर्वेद की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान साधु-संतों पर टिप्पणी की थी जिसके बाद संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल सहित अलवर विधायक बाबा बालकनाथ ने सदन में श्रवण कुमार से माफी मांगने को कहा. हालांकि बाद में हंगामा बढ़ता हुआ देख स्पीकर वासुदेव देवनानी ने श्रवण कुमार की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया.
बाबाओं पर बयान से भड़की बीजेपी
दरअसल कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने बुधवार को विधानसभा में बाबाओं और संतों को लेकर एक टिप्पणी की थी जहां उन्होंने अपने भाषण में आसाराम और रामरहीम का जिक्र किया था जिसके बाद गुरुवार को बीजेपी नेताओं ने इसका जमकर विरोध किया. सदन में चीफ व्हीप जोगेश्वर गर्ग ने श्रवण कुमार के बयान पर आपत्ति जताते हुए माफी मांगने की डिमांड की. वहीं संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि विधायक का बयान घोर आपत्तिजनक है जिस पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
संत समाज हुआ आहत
वहीं बीजेपी विधायक महंत बालकनाथ ने श्रवण कुमार के बयान पर कहा कि उनके इस बयान से पूरा संत समाज आहत हुआ है, अगर व्यक्तिगत रूप से मुझे गाली दी होती तो कोई बात नहीं लेकिन पूरे संत समाज और सनातन संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. वहीं हंगामा होने के बाद श्रवण कमुार ने कहा कि मैंने ऐसा क्या कह दिया जिसके बाद स्पीकर वासुदेव देवनानी ने श्रवण कुमार के बाबाओं से संबंधित बयान को सदन की कार्यवाही से हटवा दिया.
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