माफी पर उलझा मामला! सदन के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेसी MLA...छावनी बनी राजस्थान विधानसभा
Rajasthan Assembly Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा में बीते पांच दिनों से जारी सियासी गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदन के बाहर निलंबित कांग्रेस विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की की नौबत आ गई, जब विधायक विधानसभा में घुसने की कोशिश कर रहे थे। दूसरी ओर, सदन के भीतर प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रही, लेकिन सदन के बाहर गरमाई राजनीति ने सत्ता और विपक्ष के टकराव को और तीखा कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संसदीय कार्य मंत्री पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि मंत्री ने खुद स्वीकार किया था कि स्पीकर किसी की बात मानने वाले नहीं हैं। (Rajasthan Assembly Budget Session 2025)वहीं, निलंबित विधायक डोटासरा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा...."क्या हम गाजर-मूली हैं, जो हमें तोड़कर खा जाओगे?" यह बयान सत्ता के भीतर मतभेद और असहमति की ओर भी संकेत कर रहा है।
#Jaipur: राजस्थान विधानसभा में गतिरोध बरकरार, धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक
- कांग्रेसी विधायकों को विधानसभा में प्रवेश से रोका गया.
- पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी साथ कांग्रेसी विधायकों का सदन के बाहर धरना शुरू @INCRajasthan… pic.twitter.com/Kf0ewQl0RQ
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) February 25, 2025
विधानसभा गेट पर जुटे निलंबित विधायकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर नारेबाजी की। यह घटनाक्रम राजस्थान की राजनीति में नए समीकरणों के संकेत दे रहा है, जहां सरकार और अपनी ही पार्टी के विधायकों के बीच बढ़ती खाई अब खुलकर सामने आ रही है। सवाल यह है कि यह सियासी संग्राम आखिर किस मोड़ पर जाकर थमेगा?
इंदिरा गांधी पर टिप्पणी से शुरू हुआ विवाद
राजस्थान विधानसभा में बीते पांच दिनों से जारी गतिरोध खत्म होने के बजाय और गहरा गया है। इसकी जड़ में इंदिरा गांधी को लेकर की गई मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी है, जिस पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा विरोध जताया। कल कांग्रेस विधायकों ने सदन से धरना समाप्त कर दिया, लेकिन अब उन्होंने निलंबित विधायकों की बहाली और मंत्री अविनाश गहलोत से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग को लेकर सदन की कार्यवाही नहीं चलने देने का फैसला किया है। आज भी कांग्रेस द्वारा सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने की संभावना जताई जा रही है।
अटक गई कांग्रेस विधायकों की बहाली
सोमवार को सदन में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा स्पष्ट रूप से माफी नहीं मांगने के बाद बातचीत की संभावनाएं भी समाप्त हो गईं। अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच के गतिरोध में स्पीकर के अपमान का मुद्दा भी जुड़ गया है, जिससे राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। सोमवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा के स्पीकर पर दिए गए बयान ने मामले को और उलझा दिया।
डोटासरा के कथित अपशब्दों के चलते निलंबित छह विधायकों की बहाली की प्रक्रिया ठप हो गई और सदन में एक बार फिर गतिरोध की स्थिति बन गई। इस विवाद के बाद कांग्रेस के सभी निलंबित विधायक भी सदन से बाहर निकल गए और अब वे फिर से सदन में प्रवेश नहीं कर सकते।
क्या सुलझेगा गतिरोध या और बढ़ेगा विवाद?
इस पूरे घटनाक्रम ने राजस्थान की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां एक तरफ कांग्रेस अपने विधायकों की बहाली के लिए अड़ी हुई है, वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष और स्पीकर की सख्ती के कारण गतिरोध खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद क्या नया मोड़ लेता है
यह भी पढ़ें: विधानसभा में ‘महाभारत’! कांग्रेस का अखाड़ा बना सदन, सरकार बेबस, गतिरोध बरकरार!
यह भी पढ़ें: Rajasthan: CM भजनलाल शर्मा के साथ बैठे दिखे किरोड़ी लाल…सुलह के संकेत या सियासी संदेश?
.