विधानसभा में ‘चौथ वसूली’ पर बवाल, विपक्ष का वार...ये सरकार नहीं, संगठित वसूली गिरोह!
Rajasthan Assembly Budget Session 2025 : राजस्थान विधानसभा के गुरुवार के सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच कानून व्यवस्था को लेकर जबरदस्त टकराव देखने को मिला। सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में बढ़ते अपराध, नशा तस्करी, जेलों में हो रही ‘चौथ वसूली’ और पुलिस-तस्कर गठजोड़ जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार को घेरा। ( Rajasthan Assembly Budget Session 2025 ) जयपुर के एक बिजनेसमैन से कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा द्वारा 2 करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला भी गरमाया, जिस पर विपक्ष ने सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। विपक्षी हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 1 बजे तक स्थगित करना पड़ा। यह पूरा घटनाक्रम बताता है कि प्रदेश की सियासत में कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा राजनीतिक संघर्ष शुरू हो चुका है, जिसमें सरकार को कटघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
व्यापारी को धमकी देने का मामला उठा
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जेल में बैठे माफिया व्यापारियों को धमकी दे रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। एक व्यापारी ने जब सुरक्षा की मांग की, तो तीन बार अनुरोध करने के बाद उसकी बात सुनी गई। जब मामला एसपी तक पहुंचा, तो उसे सुरक्षा तो दी गई, लेकिन बदले में 76 लाख रुपये का बिल थमा दिया गया। यह दर्शाता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी बदहाल है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा कि 5 मार्च को भरतपुर सांसद संजना जाटव ने एक वीडियो जारी कर खुलासा किया था कि पुलिस खुलेआम रिश्वत मांग रही है। जब जूली इस मुद्दे पर विस्तार से बोलने लगे तो उन्हें रोक दिया गया, जिससे कांग्रेस विधायकों ने विरोध दर्ज कराते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया।
नशे...तस्करी का मुद्दा छाया
प्रदेश में बढ़ते नशे और मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर विधानसभा में जोरदार बहस हुई। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने दावा किया कि सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 404 मामलों में 894 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 354 मामलों में न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका है। अवैध नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जा रही हैं।
पुलिस-तस्कर गठजोड़ के आरोप
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि नशा तस्करों और पुलिस के बीच मिलीभगत की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। इस पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि कोई शिकायत मिलती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस पूरी बहस के दौरान सदन का माहौल गरमाया रहा और विपक्ष ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।
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