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Ajmer Adhai Din Ka Jhopra Controversy: 'अढ़ाई दिन का झोपड़ा' मामले में कलेक्ट्रेट के बाहर हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन, सरवर चिश्ती पर कार्रवाई की मांग

Ajmer Adhai Din Ka Jhopra Controversy: अजमेर। जैन मुनि सुनील सागर जी को अढ़ाई दिन के झोपड़े में जाने से रोकने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस संबंध में अब हिंदू संगठन व जैन समाज अजमेर की...
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Ajmer Adhai Din Ka Jhopra Controversy: अजमेर। जैन मुनि सुनील सागर जी को अढ़ाई दिन के झोपड़े में जाने से रोकने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस संबंध में अब हिंदू संगठन व जैन समाज अजमेर की सड़कों पर उतर आया है। दरअसल, जब जैन मुनि अढ़ाई दिन के झोपड़े में विहार के लिए जा रहे थे तब समुदाय विशेष के लोगों ने उनको वहां जाने से रोका था। अब जैन समाज इसी बात का विरोध कर रहा है। इसे लेकर सोमवार को समाज को लोगों ने कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया।

सरवर चिश्ती के विरोध में जैन समाज

अजमेर दरगाह अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती के विरोध (Ajmer) में जैन समाज के साथ ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने नाराजगी जताई है। इसे लेकर आज कलेक्ट में विरोध प्रदर्शन किया गया था। जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। इसमें बताया गया कि दरगाह के निकट स्थित अढ़ाई दिन के झोपड़े में प्रवेश से लोगों को रोका जा रहा है जबकि वह भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन है। इसे संरक्षित कर इतिहास को वापस संजीवनी की आवश्यकता है।

सरवर चिश्ती के खिलाफ कार्रवाई की मांग

विश्व हिंदू परिषद अजमेर महानगर ने कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए अंजुमन सचिव सरवर चिश्ती (Ajmer) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सकल हिंदू समाज पदाधिकारी सुनील दत्त जैन और भाजपा सह जिला अध्यक्ष रमेश जैन ने सैयद सरवर चिश्ती पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 'अढ़ाई दिन का झोपड़ा' में जाने से रोकना अपने आप में गंभीर मामला है।"

उन्होंने कहा, "अढ़ाई दिन के झोपड़े को संरक्षित रखते हुए, सैयर सरवर चिश्ती के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भारतीय इतिहास को संजोकर रखा जा सके। अढ़ाई दिन के झोपड़े में कई धार्मिक मूर्तियां रखी हुई हैं जिन्हें खंडित अवस्था में रखा गया है। वहां धर्म विशेष के लोगों द्वारा कब्जा कर उसकी स्थिति खराब की जा रही है।”

हिंदू परिषद महानगर का बयान

विश्व हिंदू परिषद अजमेर महानगर की ओर से आज कलेक्ट्रेट (Ajmer) पर विरोध प्रदर्शन करते हुए अंजुमन सचिव सरवत चिश्ती के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने और अढ़ाई दिन के झोपड़े को संरक्षित रखते हुए उसे पर आवश्यक रूप से कार्रवाई करने की मांग की गई है। उन्होंने आगे कहा कि अढ़ाई दिन के झोपड़ी में कई धार्मिक मूर्तियां रखी हुई हैं जिन्हें खंडित अवस्था में रखा गया हैं। वहां धर्म विशेष के लोगों द्वारा कब्जा कर स्थिति खराब की जा रही है।

संत सुनील सागर महाराज बोले

जैन समाज के संत सुनील सागर महाराज आरएसएस, हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी (Ajmer) कार्यकर्ताओं के साथ महावीर सर्किल से दरगाह बाजार होते हुए अढाई दिन का झोपड़ा पहुंचे थे। यहां जैन समाज के अनुसार अढ़ाई दिन का झोपड़ा पूर्व में संस्कृत विद्यालय होने से भी पहले जैन मंदिर था। उन्होंने कहा, "यहां की वास्तुकला सब बयां कर रही है, संतों द्वारा साक्ष्य भी जुटाए गए हैं, अढ़ाई दिन के झोपड़े में मूर्तियां भी देखने को मिली है।"

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ऐतिहासिक मूर्तियां भी स्थापित

संत सुनील सागर महाराज ने आगे कहा, "इतिहास (Ajmer) समय-समय पर बदलता रहता है, ऐसे में उदारता रखनी चाहिए। अढ़ाई दिन का झोपड़ा, झोपड़ा नहीं है। यह ऐतिहासिक वास्तुकला और महल का स्थान था लेकिन मस्जिद के रूप में दिखाई दे रहा है। यहां ऐतिहासिक मूर्तियां भी स्थापित थी जिन्हें खंडित किया गया। विरासत की सुरक्षा बनी रहे, ऐसे में शांति और सद्भावना की आवश्यकता है।"

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मुस्लिम समाज में हलचल तेज

इस मामले में जानकारी के बाद मुस्लिम समाज में हलचल (Ajmer) है। अपने बयानों को लेकर मशहूर अजमेर दरगाह अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने पहले मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया। उसके बाद उनका ऑडियो लगातार वायरल हो रहा है। इसमें वह जैन संत के अढ़ाई दिन के झोपड़े पर पहुंचने पर आपत्ति दर्ज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैन मुनि बिना कपड़े पहले कैसे अढ़ाई दिन के झोपड़े पर पहुंच गए हैं।

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