Paper Leak: वन रक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में वन विभाग की कार्रवाई, 6 वन रक्षकों को नौकरी से हटाया...इतने रुपए में हुआ था पास कराने का सौदा
Paper Leak: बांसवाड़ा। वन रक्षक भर्ती की नवंबर 2022 में हुई परीक्षा के पेपर लीक मामले में बांसवाड़ा पुलिस की ओर से 11 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग ने इस मामले में 6 वन रक्षकों को नौकरी से हटा दिया है। दरअसल, बांसवाड़ा में वन रक्षक भर्ती की परीक्षा के दौरान नवंबर 2022 में पेपर लीक हुआ था। पुलिस ने इस मामले को लेकर 11 आरोपियों को पहले भी गिरफ्तार किया था। अब वन विभाग ने 6 वन रक्षकों को नौकरी से हटा दिया है।
पूछताछ में हुआ खुलासा
बता दें कि वन रक्षक भर्ती की नवंबर 2022 में पेपर लीक मामले में पुलिस ने तिलक नगर प्रतापगढ़ निवासी प्रवीण पुत्र हीरालाल और उसकी पत्नी सविता को गत 28 जून को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में इन्होंने बताया कि वन रक्षक भर्ती साल 2020 में निकली थी। इसकी परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो पारियों में होनी थी। दलाल सकनसिंह खड़ीया ने परीक्षा से एक दिन पहले वनरक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों से बात कर 8 लाख प्रति अभ्यर्थी की व्यवस्था कर बुलाने को कहा।
8 लाख में हुआ परीक्षा पास कराने का सौदा
वन रक्षक भर्ती परीक्षा मामले में अभ्यर्थियों को परीक्षा पास करवाने के लिए आरोपियों ने 8 लाख रुपए में सौदा तय किया था। बाद में प्रवीण ने अपने परिचित छगन पारगी के जरिए सुखराम डामोर निवासी बागयचा हाल वन रक्षक नाका बड़ौदिया, सुभाष डिण्डोर निवासी कोठारीया हाल वनरक्षक नाका टिमेडा, वीरसिंह कटारा, शीला पणदा निवासी मगरदा हाल वनरक्षक नाका कुशलगढञ, निरमा डामोर निवासी बगायचा हाल वन रक्षक नाका कुशलगढ़, शिल्पा मईडा निवासी नागदा बडी हाल वन रक्षक रेंज डुंगरा, संगीता गरासिंया निवासी रोहनिया रामसिंह हाल वन रक्षक नाका कुशलगढ़, ईश्वरलाल पणदा निवासी मगरदा को बांसवाड़ा के शास्त्री नगर में किराए के घर पर बुलाया था।
मोबाइल में लाए थे पेपर
वन रक्षक भर्ती की परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो पारियों में होनी थी। 13 नवंबर की सुबह हरीश व अभिमन्यु ने मोबाइल में लाए पेपर को सभी अभ्यर्थियों से हल करवाया था। बाद में उक्त अभ्यर्थियों का वन रक्षक भर्ती 2022 में चयन हो गया। मामले में पुलिस की मदद से एसओजी ने आरोपी प्रवीण, सविता, सुखराम, सुभाष, वीरसिंह, शीला, निरमा, शिल्पा, संगीता, ईश्वरलाल पणदा और अभिमन्यु को गिरफ्तार किया था। वन विभाग ने वन रक्षकों की गिरफ्तारी की सूचना के बाद संबंधित आरोपियों को नोटिस दिया था। मामले में उप वन संरक्षक जिग्नेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में नियुक्ति पाने वाले वन रक्षक सविता, शिल्पा, प्रवीण, शीला, सुखराम और वीरसिंह को नौकरी से हटा दिया है।
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