Alwar: अलवर शहर में 48 घंटों से दहशत...रात होते ही दबे पांव आ जाता है पैंथर ! 48 घंटे बाद भी ट्रैप से दूर
Panther movement Alwar: प्रेम पाठक. सरिस्का टाइगर रिजर्व के लिए मशहूर अलवर शहर के लोग पिछले दो दिन से दहशत में हैं। (Panther movement Alwar) इस दहशत की वजह एक पैंथर है, जो दो दिन से शहर के बीचों- बीच बने RR कॉलेज के पास घूम रहा है। वन विभाग की टीम पैंथर को ट्रैप करने की कोशिश कर रही हैं, मगर 48 घंटे बाद भी पैंथर को पकड़ा नहीं जा सका। जिससे स्थानीय लोग अब भी दहशत में हैं।
शहर के बीचों- बीच घूम रहा पैंथर
अलवर शहर के बीचों-बीच बने आरआर कॉलेज के पास पिछले 48 घंटे से पैंथर का मूवमेंट है। जिसके चलते आसपास के लोग अब घरों से निकलने से भी बच रहे हैं। यह पैंथर रविवार को शाम करीब 5 बजे आरआर कॉलेज में वॉक करने वाले लोगों को दिखाई दिया था। इसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर आकर सर्च किया तो पैंथर के पगमार्क मिले। इसके बाद से लगातार वन विभाग और सरिस्का के वनकर्मी पैंथर को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
2 दिन से चल रही पकड़ने की कोशिश
वन विभाग की टीम पैंथर की मॉनिटरिंग कर रही है। पैंथर को ट्रैप करने के लिए आसपास के इलाके में दो पिंजरे भी लगा चुकी है। पैंथर रात को इन पिंजरों के पास आया, मगर शिकार को देखकर ही खतरा भांप गया और पिंजरे से बचते हुए निकल गया। अलवर वन मंडल के DFO राजेंद्र हुड्डा का कहना है कि पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए सरिस्का से भी टीम बुलाई गई है। पहला प्रयास पैंथर को नेचुरल ट्रैप करने का है।
आसपास 50 हैक्टेयर का घना जंगल
DFO राजेंद्र हुड्डा के मुताबिक आरआर कॉलेज परिसर में 7 कैमरे लगाए गए हैं, जिनके जरिए पैंथर के मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं। पिजरें भी लगाए गए हैं। इसके साथ ही लोगों को भी रात के समय यहां नहीं आने की सलाह दी गई है। राजेंद्र हुड्डा का कहना है कि जिस क्षेत्र में पैंथर की मूवमेंट है, वहां करीब 50 हेक्टेयर का घना जंगल है। यह भी संभावना है कि पैंथर यहां अपना हैबिटेट बना चुका है। जल्द पैंथर को पकड़कर सरिस्का में छोड़ा जाएगा।
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