ऑपरेशन एंटी वायरस: साइबर ठगों पर सबसे बड़ी 'स्ट्राइक...मेवात में गरजा पुलिस का बुलडोजर, सैक्सटॉर्शन गैंग की टूटी कमर!
Rajasthan Operation Antivirus: राजस्थान और हरियाणा के बॉर्डर इलाके से सटा मेवात क्षेत्र देशभर में ऑनलाइन ठगी के लिए मशहूर है जहां के कारनामों को देखकर हर कोई हैरानी में पड़ जाता है. सूबे के डीग-मेवात इलाके में 2019 के बाद से साइबर ठगों का कुनबा किसी वायरस की तरह फैला है जहां कई गावों में युवा पीढ़ी साइबर ठगी में एक्सपर्ट बन गई है. कितने ही गावों में युवाओं के लिए ठगी ही रोजगार का साधन बन गया है और वो ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए लाखों में कमाई कर रहे हैं.
वहीं साइबर ठगों को दबोचने के लिए पुलिस लगातार एक्शन लेती रहती है लेकिन इस बार इन ठगों की कमर तोड़ने के लिए राजस्थान पुलिस आर-पार के मूड में है जहां आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में ऑपरेशन एंटीवायरस (Operation Antivirus) शुरु किया गया है जिसके तहत लगातार कार्रवाई करते हुए ठगों को जेल की सलाखों के पीछे डाला जा रहा है तो कितने ही ठगों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर एक्शन लिया जा रहा है.
मालूम हो कि मेवात इलाके में ऑनलाइन ठगी लगातार नए आयाम गढ़ रही है जहां कोई नकली सोने की ईंट को असली बताकर बेच देता है तो ऑनलाइन शॉपिंग एप्लीकेशन के जरिए भी लोगों को ठगा जा रहा है. वहीं सेक्सटॉर्शन के जरिए भी सालों से साइबर ठगी लोगों को लूट रहे हैं. बता दें कि इन इलाकों में शातिर ठग झोपड़ियों में रहकर हजारों किलोमीटर दूर बैठे लोगों को चूना लगाने में माहिर है. आइए जानते हैं कि कैसे ये शातिर ठग आंख झपकते ही लाखों का चूना लगा देते हैं और पुलिस का अभियान कैसे इनके मंसूबों को कमजोर कर रहा है.
ठग मिनटों में साफ कर देते हैं बैंक अकाउंट
बता दें कि मेवात क्षेत्र के बदमाश साइबर ठगी से देश के हर राज्य के लोगों को ठगते हैं, यही नहीं ये साइबर ठग लोगों को व्हाट्सएप वीडियो चैट के जरिए असली वीडियो बनाकर सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाते हैं जहां ये स्वयं को कभी सीबीआई ऑफिसर तो कभी क्राइम ब्रांच का बड़ा अधिकारी बताकर भी लोगों को अपने ठगी के जाल में फंसाते हैं. इसके अलावा कभी जॉब देने के बहाने लोगों से आधार कार्ड के फोटो लेकर उनका फर्जी कंपनी का आईडी कार्ड बनाकर उनके साथ कागजात के वैरिफिकेशन के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं.
वहीं यह ठग किसी ऑफिस या किसी फ्लैट में बैठकर वारदातों को अंजाम नही देते बल्कि छोटी-छोटी झोपड़ियों, पेड़ों के नीचे बैठकर करोड़पतियों और बेरोजगारों को कुछ ही मिनट में चूना लगा देते हैं. अभी तक के मामलों में ये ठग हिंदुस्तान के बड़े-बड़े राजनेताओं और अधिकारियों तक को अपने जाल में फंसा चुके हैं. वहीं पैसे नहीं देने पर अश्लील वीडियो को वायरल करने तक की धमकी देते हैं. इसके साथ ही साइबर ठग ओटीपी के जरिए भी कुछ ही मिनट में बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं.
साइबर ठगों पर प्रहार ऑपरेशन एंटीवायरस
इधर रेंज आइजी राहुल प्रकाश ने ऑपरेशन अरावली के बाद 1 मार्च से एक नए ऑपरेशन एंटी वायरस को शुरू किया जहां राहुल प्रकाश का मानना है कि वर्तमान समय में अपराधी तकनीकी का नाजायज फायदा उठाकर शातिर अंदाज में अपनी असली पहचान छुपाते हुए फर्जी सिम, फर्जी मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप, इंटरनेट कॉलिंग, फर्जी बैंक अकाउंट, यूपीआई पेमेंट गेटवेज आदि का उपयोग कर कई बड़ी वारदातों का अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।
ऐसे में इस तरह के अपराधों पर नियंत्रण और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए उनके विरुद्ध एक योजनाबद्ध एवं समन्वित पुलिस रेस्पान्स प्रदान करने के लिए भरतपुर रेंज में ऑपरेशन एंटी वायरस चलाया गया जिसमें रेंज के सभी जिलों के पुलिस थाने, नव संचालित साइबर पुलिस थाने, जिलों में कार्यरत डीएसटी, पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में कार्यरत तकनीकी टीमों सभी की भागीदारी सुनिश्चित करके शिकंजा कसा जा रहा है.
साइबर ठगों में खौफ का माहौल
जानकारी के अनुसार भरतपुर रेंज में 1 मार्च को एंटीवायरस अभियान शुरू किया था जिसके बाद इस अभियान के चलते साइबर ठगी के मामलों में कमी आई है. इतना ही नहीं करीब 400 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जिनसे करीब 40 लाख नकद, 802 मोबाइल, 1114 सिम, 283 एटीएम कार्ड, 10 माइक्रो एटीएम, 9 स्वाइप मशीन, 60 वाहन, 86 बैंक पासबुक, 123 चेकबुक, 10 लैपटॉप, 6 कंप्यूटर, 1 टैबलेट, 1 कैश काउंटिंग मशीन और 7 अवैध हथियार बरामद किए जा चुके हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि साइबर ठगों पर लगातार नजर रखी जा रही है और ऑपरेशन एंटीवायरस के बाद क्षेत्र के ठगों में पुलिस का खौफ बैठ गया है.
अवैध संपत्ति पर चलाया जा रहा बुलडोजर
आईजी राहुल प्रकाश के मुताबिक गिरफ्तार साइबर ठगों ने सरकारी जमीनों पर अवैध तरीके से ठगी के रूपयों से आलीशान मकान एवं दुकानों का निर्माण किया जहां भारी पुलिस बल के साथ अब तक चार ठगों के अवैध आशियानों पर कार्रवाई करते हुए ध्वस्त किया गया. बता दें कि बीते गुरुवार को डीग जिले के कामां थाना इलाके में फिर से साइबर ठगों के अवैध ठिकानों पर पुलिस का बुलडोजर चला था जहां 3 साइबर ठगों ने साइबर ठगी के पैसे से वन विभाग की जमीन पर मकान बनाए हुए थे उन्हें पुलिस ने चिन्हित कर धराशाही कर दिया.
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