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मोदी का सबसे पुराना सिपाही...ओम माथुर अब सिक्किम के राज्यपाल, कभी बनने वाले थे राजस्थान के मुख्यमंत्री

Om Mathur: राजस्थान के वरिष्ठ भाजपा नेता ओमप्रकाश माथुर को सिक्किम के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है. राजस्थान के पाली जिले से आने वाले बीजेपी नेता ओम माथुर जिन्हें ओम भाई जी नाम से जाना जाता है, वह वर्तमान...
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Om Mathur: राजस्थान के वरिष्ठ भाजपा नेता ओमप्रकाश माथुर को सिक्किम के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है. राजस्थान के पाली जिले से आने वाले बीजेपी नेता ओम माथुर जिन्हें ओम भाई जी नाम से जाना जाता है, वह वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी नेताओं में गिने जाते हैं. 72 साल के ओम माथुर लंबे समय से संघ की पृष्ठभूमि से जुड़े रहे हैं और सालों से परदे के पीछे से संगठन और पार्टी के लिए काम करते रहे हैं.

महज 20 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने वाले माथुर संघ और बीजेपी में कई पदों पर रहे हैं. माथुर मूलरूप से राजस्थान के पाली जिले के फालना के रहने वाले हैं जो पिछले 36 सालों में बीजेपी में सेवाएं देते आए हैं. माथुर के सिक्किम के राज्यपाल बनाए जाने के शनिवार 27 जुलाई की देर रात को राष्ट्रपति भवन से आदेश जारी हुए.

बता दें कि राजस्थान की सियासत में कई घटनाक्रमों का जिक्र ओम माथुर का नाम लिए बिना पूरा नहीं हो सकता है. वसुंधरा राजे सरकार के दौरान सूबे में उनका नाम कई बार राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में आया था हालांकि पद के लिए उनका निजी मोह कभी दिखाई नहीं दिया और पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी वह लगातार निभाते चले गए.

भैरो सिंह शेखावत के दौर में हुई एंट्री

दरअसल राजस्थान में बीजेपी जब-जब भी सत्ता में आई तो मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा होते ही ओम प्रकाश माथुर का नाम सामने आता था हालांकि वह कभी इस कुर्सी पर बैठ नहीं पाए. माथुर हमेशा से ही परदे के पीछे से ही मरूधरा की सियासत का अहम हिस्सा बने रहे. माथुर की सियासत में एंट्री भूतपूर्व मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत के दौर में हुई. बता दें कि माथुर आरएसएस के प्रचारक भी रहे हैं और इससे पहले राजस्थान से राज्यसभा सांसद भी चुने गए थे. वहीं साल 2008 से 2009 तक वह राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं.

पाली बन गया राजनीति का बड़ा पावर सेंटर!

दरअसल भाजपा के वोटों की फसल उगाने वाले पाली को मोदी सरकार ने मजबूत करने में कोई कसर नहीं रखी है. केंद्र से लेकर प्रदेश में काबिना मंत्रियों से लेकर गवर्नर पर भी इसी जिले की कोख से निकले नेताओं की ताजपोशी की हैं. हाल में 2 दिन पहले ही भाजपा ने अपने प्रदेश के सुप्रीमो पद पर राज्यसभा सदस्य मदन राठौड़ को नवाजा था. वहीं शनिवार रात को पाली के बेडल में रहने वाले राष्ट्रीय नेता ओम माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाया है.

एक जमाने में प्रदेश के कद्दावर नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत की निकट रही पूर्व मंत्री स्वर्गीय पुष्पा जैन ने भी अपने पैतृक जिले जयपुर को छोड़कर पाली जिले में 1984 में धमाकेदार एंट्री ली थी जिसके बाद से पाली की पहली पसंद अब तक भाजपा ही रही है.

भजनलाल सरकार में भी पाली का वर्चस्व

इधर वर्तमान में पाली को छोड़कर सभी विधानसभाओं में भाजपा का कब्जा है और भजनलाल सरकार ने भी पाली मूल के सुमेरपुर से जीते जोराराम कुमावत को कैबिनेट मंत्री बनाया है. वहीं कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत भी पाली के हैं. इसके अलावा पड़ोसी जिले सिरोही से जीते मुंडारा के ओटाराम देवासी भी पाली के ही मंत्री हैं. इससे पहले पाली से ही मदन राठौड़ को राज्यसभा में भेजा गया था. हालांकि कांग्रेस भी अपने युवा नेता और बाली के नीरज डांगी को भी राज्यसभा में भेज चुकी है.

इस तरह से बना पाली नया राजनीति का पावर सेंटर

मालूम हो कि बीजेपी हाईकमान ने अभी 2 दिन पहले राज्यसभा के सदस्य मदन राठौड़ को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर मनोनित किया है. वहीं पाली के ही अश्विनी वैष्णव केद्र में रेल मंत्री हैं जो उड़ीसा कैडर के आईएएस हैं. इसके अलावा पाली से सांसद पीपी चौधरी भी पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और इस बार मोदी सरकार ने उनको केंद्र की कई महत्वपूर्ण कमेटियों में जगह देकर पावरफुल किया हैं.

-(पाली से जय थावानी के इनपुट के साथ)

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