Bundi: कलेक्टर कर रहे थे जनसुनवाई, बच्चों ने बता दी ऐसी पीड़ा...साहब के उड़ गए होश
Caste Discrimination: (रियाजुल हुसैन)। आजादी के 75 वर्षों बाद भी भारत में सामाजिक भेदभाव की काली छाया खत्म होने का नाम नहीं ले रही। खासकर दलित समुदाय के लोग आज भी छुआछूत और भेदभाव (Caste Discrimination) का सामना कर रहे हैं। बूंदी जिले के हिण्डोली उपखंड क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कलेक्टर अक्षय गोदारा की जनसुनवाई में जब धनावा गांव के बच्चों ने स्कूल के अध्यापक कन्हैयालाल के खिलाफ भेदभाव की दर्दनाक कहानियां सुनाईं, तो वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए। इस जानकारी ने कलेक्टर को तुरंत कार्रवाई के आदेश देने के लिए मजबूर कर दिया, यह दर्शाते हुए कि सामाजिक समानता का सपना अभी भी एक अधूरा सपना बना हुआ है।
बच्चों की जुबानी सुनी तो दंग रह गए कलेक्टर
जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर अक्षय गोदारा के सामने जब सरकारी स्कूल के बच्चे अपनी पीड़ा लेकर पहुंचे, तो कलेक्टर ने उन्हें ध्यान से सुना। पूरा मामला सुनने के बाद उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की जल्द जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। स्कूली बच्चों ने डीएम को बताया कि उन्हें शिक्षक के द्वारा खाने के दौरान छुआछूत और भेदभाव से प्रताड़ित किया जाता है। बच्चों ने कहा कि उन्हें स्कूल में भोजन और पानी को हाथ नहीं लगाने दिया जाता है।
परिजनों का बच्चों की पीड़ा के प्रति जागरूक होना
बच्चों ने जब अपने परिजनों को अपनी पीड़ा बताई, तो इससे प्रभावित अभिभावक अपने बच्चों को लेकर बूंदी पहुँचे और जनसुनवाई में कलेक्टर को मामले से अवगत करवाया। इस दौरान कलेक्टर परिसर में परिजनों ने नारेबाजी भी की। वहां मौजूद लोगों ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए जांच की मांग की है।
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