गौशाला का दिल दहला देने वाला मंजर: कीचड़ में फंसी गायों की दर्दनाक मौत!
Gaushala Mismanagement:(मुकेश कुमार शर्मा) Deeg जिला स्थित Shyam Dhak Gaushala में गायें Feed, Water, Medical care अभाव में मौत के मुंह में समा रही हैं। हालात इतने खराब हैं कि मृत गायों के शवों को कुत्ते नोंच रहे हैं। हाल ही में आई Monsoon Rains के कारण गौशाला की जमीन दलदल में तब्दील हो गई है, जिससे मवेशियों के पैर कीचड़ में फंस रहे हैं और कमजोर मवेशियों की मौत हो रही है। मृत गायों के शवों को दफनाने के बजाय उन्हें गौशाला में ही छोड़ दिया गया है।
बदबू से ग्रामीणों को हुआ पता
गौशाला से लगातार आ रही बदबू ने ग्रामीणों को चिंतित कर दिया। जब उन्होंने मौके पर जाकर देखा, तो पाया कि कई गोवंश मृत पड़े हैं और उन्हें कुत्ते खा रहे हैं। वहीं, कुछ गोवंश दलदल में फंसे हुए थे। ग्रामीणों ने Ambulance की मदद से घायल गायों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इसके बाद भी District administration द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
चारे और पानी का अभाव
गांव Baroli Chauth निवासी रामवीर सिंह ने बताया कि श्याम ढाक गौशाला में पिछले कई दिनों से बदबू आ रही थी। जब ग्रामीणों ने गौशाला के अंदर जाकर देखा, तो वहां कई गोवंश मृत पड़े थे। मानसूनी बारिश के चलते जमीन दलदल हो गई थी, जिससे दर्जन भर से अधिक गौवंश उसमें फंसे हुए थे। यह स्थिति स्पष्ट रूप से दिखाती है कि गायें चारा, चिकित्सा और देखरेख के अभाव में मौत के कगार पर हैं।
गौशाला की अनियमितता
ग्रामीणों ने बताया कि यह गौशाला रजिस्टर्ड नहीं है और वन विभाग की जमीन पर संचालित है। गौशाला में करीब 1500 गौवंश हैं, जिनकी देखभाल के लिए केवल दो कर्मचारी नियुक्त हैं। गायों के लिए चारा केवल समाज सेवियों के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है।
श्याम ढाक गौशाला की यह स्थिति न केवल गौवंश की दुर्दशा को दर्शाती है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और जिम्मेदारियों की अनदेखी का भी उदाहरण है। अब देखना यह है कि क्या जिला प्रशासन इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगा या यह स्थिति इसी तरह बनी रहेगी।
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