नरेश मीणा के समर्थन में गांव-गांव में उठ रही आवाज, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह।
Naresh Meena release: राजस्थान के टोंक मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने और समरावता हिंसा कांड में आरोपित नरेश मीणा की रिहाई की मांग अब राजनीतिक रूप से उग्र हो गई है। मीणा समाज ने इस मुद्दे को लेकर राज्यभर में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। 25 फरवरी को नरेश मीणा की रिहाई के लिए मीणा समाज राजस्थान विधानसभा का घेराव करने जा रहा है। इस घेराव की कमान कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल के हाथों में होगी, जो कोटा में रणनीति बनाने में जुटे हैं। (Naresh Meena release)मीणा समाज द्वारा लगातार गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में बैठकें आयोजित की जा रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग विधानसभा घेराव में भाग ले सकें और नरेश मीणा की रिहाई के लिए अपना विरोध दर्ज करा सकें। यह आंदोलन न केवल नरेश मीणा की रिहाई के लिए है, बल्कि इसने राज्य के राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है।
मामला क्या था?
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान 13 नवंबर को समरावता गांव के लोगों ने अपने गांव को उनियारा उपखंड में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था. इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी ग्रामीणों के समर्थन में धरने पर बैठ गए थे. मतदान बहिष्कार के बावजूद तीन लोगों को जबरन वोट डालने के आरोप में नाराज होकर उन्होंने SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था. इसके बाद 14 नवंबर को पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया और 15 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया था
समरावता गांव उपद्रव और SDM थप्पड़ कांड की टाइमलाइन 13 नवंबर 2024..
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव के लोगों ने गांव को उनियारा उपखंड में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी ग्रामीणों के समर्थन में धरने पर बैठ गए थे।
14 नवंबर 2024: मतदान बहिष्कार के बावजूद तीन लोगों को जबरन वोट डालने के आरोप में नाराज होकर नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इस घटना के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया।
15 नवंबर 2024: कोर्ट के आदेश पर नरेश मीणा को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी और जेल जाने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि यह साजिश के तहत किया गया है।
14 फरवरी 2025: अब राजस्थान हाईकोर्ट से भी नरेश मीणा को जमानत नहीं मिल पाई।
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