Tonk: थप्पड़ कांड के पीड़ितों का दर्द सुनने पहुंचे BAP विधायक, कलेक्टर,SP, SDM के निलंबन की मांग
Naresh Meena News: राजस्थान के टोंक के देवली-उनियारा में विधानसभा उप चुनाव की वोटिंग के दौरान हुए थप्पड़ कांड पर अब भी राजनीति गर्मा रही है। (Naresh Meena News) मंगलवार को भारत आदिवासी पार्टी के तीन विधायक समरावता गांव पहुंचे। विधायकों ने समरावता के पीड़ितों का दर्द सुना। इसके बाद थप्पड़ कांड में हुई कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए कलेक्टर, एसपी और SDM को निलंबित करने की मांग की।
बाप विधायकों ने सुना समरावता हिंसा के पीड़ितों का दर्द
टोंक के देवली-उनियारा में समरावता थप्पड़ कांड के बाद हुए उपद्रव के बाद पीड़ितों से मिलने मंगलवार को भारत आदिवासी पार्टी के राजस्थान और मध्यप्रदेश के 3 विधायक समरावता पहुंचे और लोगों के दुख दर्द जाने.
गांव वालों और नरेश… pic.twitter.com/NQAcKUCVS6
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) November 20, 2024
बाप के तीन विधायक पहुंचे समरावता
थप्पड़ कांड को लेकर अब सियासत शुरु हो गई है। टोंक के देवली-उनियारा के जिस समरावता गांव में थप्पड़ कांड हुआ था। वहां मंगलवार को भारत आदिवासी पार्टी के राजस्थान और मध्यप्रदेश के तीन विधायक थावरचंद डामोर, जयकृष्ण पटेल, कमलेश्वर डोडियार पहुंचे। तीनों विधायकों ने समरावता के ग्रामीणों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद विधायकों ने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशई नरेश मीना और ग्रामीणों पर की गई कार्रवाई एकतरफा है। इस मामले में कलेक्टर, एसपी और SDM को भी निलंबित किया जाए।
कलेक्टर, SP, SDM के निलंबन की मांग
मध्यप्रदेश के सेलाना से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार ने कहा कि समरावता में पुलिस की कार्रवाई से लोग बर्बाद हो गए। ग्रामीणों के घर में घुसकर मारपीट की गई। उनके वाहनों को तोड़ आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रव के बाद पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की। विधायक ने कलेक्टर डॉ. सौम्या झा, एसपी विकास सांगवान और SDM अमित चौधरी के खिलाफ SC-ST एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज करने, दोषियों को बर्खास्त करने और मामले की न्यायिक जांच की मांग भी की।
'संसद में उठाएंगे समरावता की आवाज'
BAP सांसद राजकुमार रोत भी समरावता पहुंचने वाले थे। मगर वह किन्हीं कारणों की वजह से नहीं पहुंच पाए। उनकी जगह विधायक समरावता पहुंचे। विधायकों ने इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट बनाकर मानवाधिकार आयोग और अनुसूचित जनजाति आयोग को भेजने की बात कही है। इसके साथ ही समरावता के लोगों की आवाज को विधानसभा और संसद में उठाने की बात भी कही। इस दौरान बाप विधायकों के साथ पार्टी के राष्ट्रीय सदस्य कांतिभाई रोत, जितेंद्र मीणा और हंसराज धांध्या भी मौजूद रहे।
बाप विधायकों ने रखीं यह मांग
BAP विधायकों ने समरावता के ग्रामीणों की बात सुनने के बाद मांग पत्र मीडिया के सामने रखा। जिसमें समरावता गांव के लोगों के लिए 50 करोड़ का मुआवजा, समरावता का उपखंड और तहसील मुख्यालय उनियारा रखने, हिंसा के जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने, कलेक्टर-एसपी, एसडीएम को सस्पेंड करने, सभी केस वापस लेकर नरेश मीणा सहित सभी युवाओं को रिहा करने और पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग शामिल हैं।
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