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Nagaur: नागौर के बासनी ROB का धणी कौन ? ना PWD- नगर परिषद को खबर, ना RSRDC को पता !

नागौर के बासनी ROB के मालिक का पता नहीं लग रहा है। इसे किस विभाग को हैंडओवर किया गया, यह सवाल पहेली बन गया है।
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Nagaur News Rajasthan: युनूस खान. राजस्थान में एक ROB ऐसा भी है, जिसका मालिक कौन है यह ना तो जिला प्रशासन को पता है ना संबंधित विभाग को। (Nagaur News Rajasthan) इस वजह से लंबे समय से इस ब्रिज की मरम्मत भी नहीं हो पाई है। अब सड़क क्षतिग्रस्त होने से यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिससे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। मगर अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि इस ROB को किसे हैंडओवर किया गया।

बासनी ROB पर गड्ढों से हो रहे हादसे

नागौर शहर के सबसे पहले बासनी आरओबी पर पिछले 15 साल से यातायात चल है। मगर अब यह ब्रिज जानलेवा होता जा रहा है। यहां की सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है। वाहन चालक गड्ढों से बचते-बचाते निकलने की कोशिश करते हैं तो हादसे हो जाते हैं। कुछ दिन पहले ही क्षतिग्रस्त सड़क की वजह से बाइक और कार की भि़ड़ंत हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। ऐसे में अब इस सड़क की मरम्मत की मांग जोर पकड़ रही है।

ROB किसे हैंडओवर ? पता ही नहीं

बासनी ROB की सड़क क्षतिग्रस्त होने का मामला पिछले दिनों कलेक्टर की बैठक में उठा था। कलेक्टर ने पूछा ROB की रोड की मरम्मत क्यों नहीं की गई? इस पर PWD ने बताया कि आरओबी का निर्माण RSRDC ने करवाया था, मगर PWD को हैंडओवर अब तक नहीं किया है। इसके बाद RSRDC के अधिकारी को पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब आरओबी का निर्माण हुआ, उस समय नागौर में ऑफिस नहीं था, इसलिए इसका रिकॉर्ड यहां नहीं है। PWD कार्यालय में भी हैंडओवर का कोई रिकॉर्ड नहीं है। नगर परिषद के मुताबिक यह उसे भी हैंडओवर नहीं किया गया।

अब तक उद्घाटन नहीं, डिजाइन पर भी सवाल

मानासर से बासनी जाने वाली सड़क को जोड़ने के लिए यह ब्रिज बनाया गया था, बताया जा रहा है कि इसका अब तक उद्घाटन ही नहीं हुआ है, जबकि पिछले 15 साल से इसका उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही एक्सपर्ट इस ब्रिज की डिजाइन को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। इनका कहना है कि इस ब्रिज को पिलर पर खड़ा किया जाता तो इसके नीचे से वाहन निकल सकते थे। जिससे पार्किंग समस्या का समाधान हो सकता था। मगर इसे मिट्टी भरकर बना दिया गया।

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