Kota: रात होते ही मौत की दस्तक...! कोटा के डोलिया गांव में क्यों खौफ में ग्रामीण?
Mukandra Tiger Reserve Kota: राजस्थान के कोटा जिले के डोलिया गांव के लोग पिछले 10 दिनों से खौफ में हैं। (Mukandra Tiger Reserve Kota) गांव के लोगों का कहना है कि रात होते ही पैंथर मौत की दस्तक देता है। तड़के तीन-चार बजे गांव में घुस आता है और फिर खूनी खेल शुरु कर देता है। पैंथर अब तक 9 मवेशियों का शिकार बना चुका है, जिसकी वजह से ग्रामीण घरों से नहीं निकल रहे और पिछले 10 दिन से पैंथर की दहशत में जी रहे हैं।
डोलिया गांव में रात होते ही पैंथर की दस्तक
कोटा जिले के डोलिया गांव में पिछले 10 दिन से एक पैंथर घूम रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक यह पैंथर रात गहराने पर करीब 3 बजे गांव में घुसता है और फिर शिकार के बाद वापस जंगल में भाग जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि पैंथर पिछले 10 दिनों में 9 मवेशियों का शिकार कर चुका है। इससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। वहीं पैंथर के हमले की वजह से गांव वाले रात को घरों से भी निकलने में डर रहे हैं।
अब तक 9 मवेशियों को मार चुका पैंथर
डोलिया के मोहन सिंह का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पीड़ित पशुपालक और ग्रामीण रविवार को कोटा प्रवास पर आए क्षेत्रीय विधायक और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मिले। मंत्री दिलावर को पूरे घटनाक्रम की जानकारी से अवगत कराया। मंत्री को बताया कि पैंथर पिछले 10 दिन में जगदीश सिंह, बाबू सिंह, बसंत सिंह, राजू सिंह, रोड सिंह, सज्जन सिंह, नारायण सिंह, लटूर सिंह और रमेश चंद की 9 मवेशियों को शिकार बना चुका है। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।
सहमे ग्रामीणों ने मंत्री से मांगी मदद
डोलिया के ग्रामीणों का कहना है कि मंत्री ने ग्रामीणों की पीड़ा सुनने के बाद मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक से बात की। इस दौरान मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि पैंथर के हमले में मवेशियों की मौत से पशुपालकों को नुकसान हुआ है, इनको मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही मंत्री ने पैंथर को भी आबादी क्षेत्र के पास से दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात कही। ग्रामीणों का कहना है कि अब जल्द गांव में पिंजरा लगाकर पैंथर को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। जिससे ग्रामीणों में फैली दहशत दूर हो।
(कोटा से अर्जुन अरविन्द की रिपोर्ट)
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