Lok Sabha Election 2024 : इन 7 विधायकों ने बिगाड़ा राजस्थान में BJP का खेल, टूटेगा क्लीन स्वीप का सपना!
Rajasthan Lok Sabha Election 2024 जयपुर : देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 7 चरणों की वोटिंग खत्म हो गई है। अब हर किसी को 4 जून का इंतजार है। चुनावी नतीजों को लेकर बीजेपी-कांग्रेस हर राज्य का अलग-अलग आंकलन कर रही है। वहीं शनिवार की शाम आए एग्जिट पोल में बीजेपी अधिकांश राज्यों में बढ़त हासिल करती दिखी। हालांकि देश के लोकसभा चुनावों में हर राज्य के अलग-अलग समीकरण और सियासी हवा रही जिसकी वजह से वहां का चुनाव चर्चा में रहा लेकिन राजस्थान का लोकसभा चुनाव (Rajasthan Lok Sabha Election 2024) कई कारणों से इस बार देशभर में छाया रहा।
पुराना रिकॉर्ड नहीं दोहरा रही बीजेपी
राजस्थान के लोकसभा रण को देखें तो सभी एग्जिट पोल और सियासी जानकारों के मुताबिक बीजेपी इस बार अपना पुराना रिकॉर्ड नहीं दोहरा रही है और 25 सीटें जीतने का सिलसिला 2024 में टूटने जा रहा है। वहीं 10 सालों बाद सूबे में कांग्रेस खाता खोलने के लिए उत्साहित नजर आ रही है।
अमित शाह के बयान ने सभी को चौंकाया
हालांकि बीजेपी राजस्थान में भी 25 सीटें जीतने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस 8 से 10 सीटों पर दावा ठोक रही है। इसके अलावा बीते दिनों गृहमंत्री अमित शाह ने सीटों के कम होने का बयान देकर हर किसी को चौंका दिया था। अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'राजस्थान में उनकी ज़्यादा नहीं एक-दो सीट कम हो सकती है।'
बीजेपी की जीत का रथ रोक रहे विधायक
तमाम सियासी अटकलों और चुनावी चकल्लस के बीच राजस्थान में कई ऐसी सीटें भी हैं जहां बीजेपी के जीत के परचम को रोकने के लिए सामने विधायक मैदान में उतरे हैं। इन सीटों पर कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के रण में पूरा जोर लगाया। बता दें कि राजस्थान में बीजेपी कुछ सीटें गंवा रही है जिसको लेकर नतीजों के बाद पार्टी आलाकमान और सियासी जानकार अपना एनालिसिस करेंगे लेकिन असल में इस बार राजस्थान में बीजेपी का गणित बिगाड़ने में अन्य कई समीकरणों के अलावा 7 विधायकों की भी अहम भूमिका रही है। पिछले साल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में दमदार तरीके से ताल ठोकी है और नतीजों के आने से पहले आंकलन में बीजेपी का गणित बिगड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
इन 7 विधायकों ने दिया तगड़ा चैलेंज
गौरतलब है कि वर्तमान में कांग्रेस से बृजेंद्र ओला झुंझुनूं लोकसभा सीट से, विधायक हरीश मीणा टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से, ललित यादव अलवर लोकसभा सीट से, दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा दौसा लोकसभा सीट से, हनुमान बेनीवाल नागौर लोकसभा सीट से, भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने लोकसभा चुनाव लड़ा है, जहां इन सभी सातों विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी को जोरदार टक्कर दी है। हालांकि ये देखना होगा कि नतीजे किसके पक्ष में रहते हैं।
दांव पर विधायकों की प्रतिष्ठा
सातों विधायकों के पास खोने के लिए कुछ नहीं है लेकिन इन सभी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। अगर पिछले साल राजस्थान की विधानसभा के लिए चुने गए विधायक सांसदी का चुनाव जीतते हैं तो देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद भवन पहुंचेंगे। हालांकि हारने के बाद ये सभी बतौर विधायक राजस्थान में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। अब 4 जून की तारीख ही तय करेगी कि सातों में कौन-सा विधायक दिल्ली का सफर तय करता है और किसके लिए राजस्थान की विधानसभा ही अगले 5 साल के लिए मुकर्रर रहेगी।
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