Rajasthan: कोटपूतली में महाप्रसादी ! JCB मशीन से बनाया चूरमा...कंप्रेशर से साफ कीं बाटी...?
Kotputli News Rajasthan: दाल बाटी राजस्थान का ऐसा पारंपरिक व्यंजन है, जिसके स्वाद का हर हिंदुस्तानी मुरीद है। मगर क्या आपने कभी चूरमा बनाने के लिए JCB मशीन का इस्तेमाल होते देखा है? क्या आपने कंप्रेशर से बाटी साफ होते देखी है? (Kotputli News Rajasthan) अगर नहीं देखी तो राजस्थान के कोटपूतली की यह तस्वीर देखिए, जहां JCB से चूरमा मिलाया जा रहा है और कंप्रेशर से बाटी साफ की जा रहीं हैं। यह सारी तैयारी भैरूजी को अर्पित की जाने वाली महाप्रसादी के लिए की जा रही हैं...
भैरूबाबा को बाटी-चूरमा की महाप्रसादी
कोटपूतली के कल्याणपुरा कुहाड़ा गांव में 30 जनवरी को भैरू बाबा के विशाल लक्खी मेले का आयोजन होगा। जिसमें भैरू बाबा को राजस्थान के प्रसिद्ध बाटी-चूरमा का महाप्रसाद अर्पित किया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालुओं को महाप्रसाद का वितरण होगा। इसके लिए 551 क्विंटल बाटी- चूरमा तैयार किया जा रहा है। इतनी बड़ी मात्रा में बन रहे चूरमा के लिए यहां बिल्कुल अनोखा इंतजाम किया गया है, जिसकी लोगों के बीच खूब चर्चा हो रही है।
JCB से बना चूरमा, कंप्रेशर से बाटी साफ
बाटी चूरमा राजस्थान का पारंपरिक व्यंजन है, जिसका खास स्वाद देशभर में जाना जाता है। मगर भैरू बाबा को अर्पित की जाने वाली बाटी-चूरमा की महाप्रसादी के लिए गांव में अनोखा इंतजाम देखने को मिला। यहां थ्रेसर से चूरमा की पिसाई की गई, इसके बाद लड्डू बनाने के लिए JCB मशीन की मदद से चूरमा मिक्स किया गया। वहीं बाटियों से राख साफ करने के लिए कंप्रेशर मशीन का इस्तेमाल होता नजर आया।
ट्रैक्टर ट्रॉली में रखा गया है चूरमा
JCB की मदद से 130 क्विंटल देशी चीनी और घी मिक्स कर चूरमा तैयार कर लिया गया है। इसके बाद इस चूरमा को मंदिर परिसर में खड़ी ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भर दिया गया है। महाप्रसादी के लिए चूरमा के अलावा बाटी, 100 क्विंटल दही और 50 क्विंटल दाल भी बनाई जाएगी। इधर, मेला कमेटी से जुड़े ग्रामीण जयराम, पुजारी रोहिताश, कैलाश धाबाई, रामकुंवार सरपंच, विक्रम छावड़ी और बबलू गुर्जर के मुताबिक प्रसादी वितरण के लिए ढ़ाई लाख पत्तल-दौने मंगवाए हैं। मेले के दिन भक्तों पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी।
(कोटपूतली से हिमांशु सेन की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें: Kota: एक ही मोबाइल से कॉल करता है पूरा गांव...वो भी छत पर लटका ! कोटा के कोलीपुरा गांव में ऐसा क्यों?
यह भी पढ़ें: Kota: दो साल से घर पर खड़ी बाइक...कोटा पुलिस ने काटा चालान ! दिलचस्प है कहानी
.