Kota: 'प्राचीन भारत का नक्शा देखो...' कोटा में VMOU के दीक्षांत समारोह में क्या बोले राज्यपाल?
Kota News Rajasthan: राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े आज शुक्रवार को कोटा पहुंचे। उन्होंने यहां वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शिरकत की। (Kota News Rajasthan) इस दौरान राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति की जरुरत और इसके निर्माण के बारे में बताया। वहीं प्राचीन भारत की संस्कृति को मिटाने के लिए हुए प्रयासों के बारे में भी बात की।
नई शिक्षा नीति पर क्या बोले राज्यपाल?
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कोटा में VMOU के दीक्षांत समारोह में कहा कि नौकरी सिर्फ डिग्री से नहीं मिलती। इसके लिए बौद्धिक क्षमता जरुरी है, जो विश्वविद्यालयों से मिलती है। विद्यार्थी विश्वविद्यालय से ज्ञान लें और इसे लोक कल्याण के लिए समर्पित करें। ज्ञान का उपयोग नैतिक और आध्यात्मिक उन्नति में भी करें। उन्होंने नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि नई शिक्षा नीति बनाने में 400 कुलपति, एक हजार से ज्यादा शिक्षाविदों की मदद ली गई, तब केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति बनाई है। इसके परिणाम 10- 15 साल बाद मिलेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उपयोग देश के लिए होना चाहिए
'प्राचीन भारत का नक्शा देखिए...'
राज्यपाल ने कहा कि मुगलों ने हमारी क्षमताओं को मिटाने का प्रयास किया। मगर वो मुगल हमारी संस्कृति को नहीं बदल पाए। वे संस्कृति बदलने और धर्मांतरण करने की कोशिश करते थे। धर्मांतरण के विरोध में बहुत लोगों ने त्याग भी किया, मगर धर्म नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि अगर हम हमारे इतिहास को भूलेंगे तो भूगोल भी भूल जाएंगे। प्राचीन भारत का नक्शा देखिए और आज का नक्शा देखिए...आपको खुद समझ आ जाएगा कि कितना हिस्सा बाहर गया।
'अंग्रेजों ने बौद्धिक क्षमता नहीं बढ़ने दी'
राज्यपाल ने कार्यक्रम में कहा कि देश की शिक्षा नीति में बदलाव पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने ब्रिटिश काल को याद करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने बौद्धिक क्षमता बढ़ाने की शिक्षा नहीं दी। उन्होंने भारत में पहली यूनिवर्सिटी खोली तो अरबी भाषा की यूनिवर्सिटी खोली। इससे पहले उन्होंने दीक्षांत समारोह में 89 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल दिए। वहीं तीन स्टूडेंट्स को चांसलर मेडल दिए। वहीं पांच शोधार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की।
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