"7 दिन में बंद करवाएं अवैध शराब और मांस की दुकानें..." मंत्री मदन दिलावर ने जमकर लगाई अफसरों को लताड़
Kota News: राजस्थान में अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले मंत्री मदन दिलावर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं जहां शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री दिलावर ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. शनिवार को दिलावर अपने गृह क्षेत्र कोटा में विभागों के अधिकारियों की क्लास ली और कोटा में क्षेत्रवासियों की जन समस्याओं के समाधान को लेकर एक अलग पहल भी की. वहीं जनसुनवाई में आने वाली समस्याओं और क्षेत्र वासियों द्वारा बताए गए कार्यों के पूरे ना होने पर दिलावर ने मौके पर ही अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
वहीं मंत्री ने समस्या समाधान शिविर में अवैध शराब, अवैध मांस की दुकानों पर सख्ती से अंकुश लगाने को लेकर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई. वहीं दिलावर ने केडीए के अधिकारियों को कहा कि बिना अभियान के पट्टे क्यों नहीं बन रहे हैं और लोगों को क्यों इतनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अवैध शराब पर जमकर फटकार
मदन दिलावर ने समस्या समाधान समाधान शिविर के दौरान अधिकारियों की जमकर क्लास लेते हुए कहा कि आप लोग पहले ये बताइए कि कोटा में कहां-कहां अवैध शराब बिक रही है जिसके बाद किसी अधिकारी ने कहा कि अवैध शराब नहीं बिक रही तो मंत्री ने अपने घर के आसपास के कई इलाकों का नाम लेकर बताया कि वहां अवैध शराब बिक रही है जिस पर अधिकारी ने कहा कि मेरी अभी नई पोस्टिंग हुई है. इसके बाद दिलावर ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 7 दिन के अंदर जहां भी अवैध शराब बिक रही है वहां बिकनी बंद हो जानी चाहिए और मैं आपसे 7 दिन बाद फीडबैक लूंगा.
"अवैध मास की दुकानें बंद करो"
वहीं मंत्री दिलावर ने समस्या समाधान शिविर में मौजूद नगर निगम के अधिकारियों को अवैध मीट, मांस, मछली की दुकानें संचालित होने को लेकर भी निर्देश दिए की कोई भी मांस विक्रेता अब बिना नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी की जानकारी में डालें बिना किसी जानवर को नहीं काटेगा। यह सरकार का नियम है मेरा नहीं है। लेकिन इसकी पालना सख्ती से होनी चाहिए। मंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए की अवैध मांस की दुकान बंद की जाए और जो भी दुकानें संचालित की जा रही है।
उनके लाइसेंस की जांच हो लाइसेंस धारी मांस विक्रेता ही अपनी दुकान का संचालन कर सकेगा। उन्होंने निर्देश दिए की मांस स्वीकृति पर जानवर को भी काटेगा। उससे पहले स्वास्थ्य अधिकारी से रिपोर्ट करवानी होगी। उसे जानवर का फोटो भी बताना होगा। मांस विक्रेता दुकान का संचालन व्यवसायिक स्थान पर ही करेगा, अगर कोई अपनी निजी मकान सरकारी जमीन पर दुकान संचालित करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। कमर्शियल जगह पर ही मीट मांस की दुकान संचालित हो सकती है।
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