बदल गया है कोचिंग सिटी कोटा का माहौल! कलेक्टर-SP की पेरेंट्स से अपील...भविष्य संवारने आइए कोटा
Kota Coaching News: पिछले एक साल से एजुकेशन सिटी कोटा को लेकर देश भर में तरह-तरह की बातें उठी। उन बातों का असर कोटा में कोचिंग स्टूडेंटस की संख्या से देखने को मिला। कोटा की अर्थ व्यवस्था डग मगाई। कोटा में स्टूडेंटस के लिए शिक्षा का माहौल अब नहीं बचा है। इन बातों पर विराम लगाते हुए कोटा कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी ने कोचिंग स्टूडेंटस के अभिभावकों को अपील करते पत्र लिखा। कलेक्टर के बाद कोटा सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन ने एक वीडियो अपील जारी की है।
देश भर के उन तमाम बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए जो कोटा में रहकर डॉक्टर्स इंजीनियर्स बनने के सपने देख रहे हैं। कोटा सिटी एसपी अमृता दुहन ने वीडियो बयान के जरिए कहा है कि कोटा में पढ़ाई का पूरा माहौल है। बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी यहां का प्रशासन लेता है। उन्हें किसी तरह की असुविधा जहां पर नहीं होगी। गर्ल्स स्टूडेंट्स के लिए अलग से पुलिस की विंग बनी हुई है।
समय-समय पर उच्च प्रशासनिक अधिकारी बच्चों को मोटिवेट करते हैं। यहां पर स्टूडेंट्स की लाइफ और उनके करियर को लेकर नए-नए नवाचार किए गए हैं। अमृता दुहन ने कहा है कि नया साल 2025 में भी कोटा पूरी तरह से स्टूडेंट्स की पढ़ाई को लेकर तैयार है। उन्हें सुरक्षित माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है। कोटा सिटी एसपी ने कोचिंग स्टूडेंटस उनके पेरेंट्स को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी है।
स्टूडेंट्स के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है कोटा
कोटा कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी ने कोचिंग स्टूडेंटस के पेरेंट्स को लेटर लिखते हुए लिखा नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाऐं ! मैं यह पत्र "शिक्षा की काशी" कोटा की ओर से आपको लिख रहा हूँ। जैसा कि आप कोटा जनता ने अब तक पूरे देश मे तकरीबन 1 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को उनके भविष्य निर्माण में सहायता की है। पूरा कोटा आने वाले बच्चों को अपने स्वयं के बच्चों की तरह देखभाल करने के लिए कृत संकल्पित है।
पिछले एक साल में कई प्रयास कोटा द्वारा किए गए है। , जिनमें कोटा महोत्सव, गेटकीपर ट्रेनिंग से लेकर विद्यार्थियों की सुरक्षा हेतु पुलिस द्वारा SOS सहायता, कालिका स्कवाड द्वारा पेट्रोलिंग, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विद्यार्थियों की निरंतर मॉनिटरिंग व संवाद, साथ ही प्रत्येक कोचिंग संस्थान में विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षित व दक्ष अध्यापकों द्वारा व्यक्तिगत ध्यान देकर प्रोत्साहन देना आदि कई कदम लिए गए है।
डिनर विद कलेक्टर कार्यक्रम ने बदला माहौल
एक साल में डिनर विद कलेक्टर व संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों से सीधा संवाद कायम किया है। इन समस्त प्रयासों से विद्यार्थियों में न केवल सकारात्मक सोच विकसित हुई है। वरन वे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को लेकर सजग भी हुए है। "साथ ही यह विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि पूरा कोटा इस साल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है। जब भी आप कोटा पधारे अपने परिजनों के साथ कोटा के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण जरूर करें ।
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