Kota Cyber Fraud: शेयर मार्केट में मोटी कमाई का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के 10 आरोपी गिरफ्तार, ऐसे बनाते हैं शिकार
Kota Cyber Fraud कोटा: पुलिस आए दिन लोगों को साइबर क्राइम के बारे में लोगों जागरूक कर रही है। इसके बावजूद प्रदेश के विभिन्न जिलों में आए दिन साइबर अपराध की घटनाएं सामने आ रही हैं। कोटा पुलिस ने शेयर मार्केट में मोटी कमाई का झांसा देकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आकांक्षा दीप हाइट्स के एक फ्लैट में दबिश देकर पुलिस ने इन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये साइबर अपराधी आए दिन नए-नए पैंतरे अपना कर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।
लग्जरी लाइफ जीने के लिए साइबर ठगी
शेयर मार्केट में मोटी कमाई का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के बदमाश इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देकर लोगों को फंसाते थे। पकड़े गए बदमाशों में अधिकांश टोंक जिले के रहने वाले हैं। अब कोटा कुन्हाड़ी थाना पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ में जुटी है। शुरुआती पूछताछ में यह सामने आया है कि लग्जरी लाइफ जीने के लिए सभी साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस की टीम ने आरोपियों के कब्जे से 19 मोबाइल, एक लैपटॉप, वाई-फाई डोंगल और 50 से अधिक सिम जब्त किए हैं। यह गिरोह के अपराधी देश के कई राज्यों में कई साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। इन अपराधियों के खिलाफ राजस्थान, झारखंड और तेलंगाना में पहले से कई मामले दर्ज हैं।
ठगी का जाल ऐसे बुनते हैं साइबर फ्रॉड
वहीं, कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन का कहना है, "12 जुलाई को थाना कुन्हाड़ी क्षेत्र के आकांक्षा दीप हाईटस में अवैध काम चलने की सूचना मिलने पर कुन्हाड़ी थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फ्लैट का दरवाजा लगा हुआ था। फ्लैट के अंदर 10 युवक मिले। संदेह होने पर जब उनसे पूछा गया तो सभी घबराते हुए कहने लगे कि वे ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम करते हैं। जब गहनता से पूछा गया तो सभी ने बताया कि वे सभी मिलकर डी-मैट अकाउंट का हैंडलर बनकर लोगों को लाभ दिलाने का झांसा देकर पैसे कमाते हैं। जो डीमैट अकाउंट होल्डर को लाभ होता है। उसमें से 50 फीसदी पार्टी को और 50 फीसदी खुद रख लेते हैं।"
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, "आरोपियों ने बताया कि पार्टी को अधिक नुकसान होने पर वह टेलिग्राम और इंस्टाग्राम बंद कर लेते हैं। फिर इसी काम को करने के लिए नई सिम जो किसी अन्य व्यक्ति के नाम होती है उससे यही काम करते हैं। आरोपी काम लिए नए-नए ग्राहक फंसाने के लिए और अधिक मुनाफा कमाने के झांसे में लेने के लिए इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देते हैं। लोगों को ऐड माध्यम से जुड़ने के लिए उत्साहित करते हैं। कई बार शिकायत होने पर उनके खाते फ्रीज और मोबाइल सिम बंद हो जाते हैं। उसके बाद दूसरी सिम और दूसरे खाते अन्य लोगों के नाम से खुलवा लेते हैं।"
साइबर ठगी की ट्रेनिंग भी देते हैं बदमाश
हैरानी की बात यह है कि इस गिरोह के सदस्य कई लोगों से पैसा लेकर इस इस तरीके से साइबर ठगी का काम करने की ट्रेनिंग भी देते हैं। पैसा लेकर सोशल मीडिया अकाउंट और यूट्यूब चैनल पर फर्जी सस्क्राइबर, फॉलोवर्स बढ़ाने का भी काम करते हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस गिरोह के अपराधी करीब एक साल से यह काम कर रहे हैं। फिलहाल कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की गिरफ्त में हैं ये आरोपी
कोटा पुलिस ने जिन बदमाशों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान गफूर पुरा थाना अलीगढ़ जिला टोंक के रहने वाले पिन्कू मीणा और गुरुवचन मीणा, ग्राम उदयपुरिया थाना उनियारा जिला टोंक के रहने वाले नरेन्द्र सिंह मीणा, वालापुरा थाना रवाजना डूंगर जिला सवाई माधोपुर निवासी आशाराम, उदयपुरिया थाना उनियारा जिला टोंक निवासी मस्तराम, देवपुरा थाना देई जिला बूंदी निवासी प्रधान मीणा, आटून खुर्द थाना मानटाउन जिला सवाई माधोपुर निवासी मनीष कुमार मीणा, कपुरपुरा रिजोदा थाना अलीगढ़ जिला टोंक निवासी शेरसिंह, ग्राम चुराडा थाना दतवास जिला टोंक निवासी हेमराज गुर्जर और रेगर मोहल्ला बालापुरा थाना रवांजना डूंगर जिला सवाई माधोपुर निवासी आकाश कुमार वर्मा के रूप में हुई है।
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