रोहित गोदारा: करणी सेना प्रमुख हत्याकांड के 'मास्टरमाइंड' की कहानी, कैसे बना एक टेक्नीशियन से देश का खूंखार गैंगस्टर?
Gangster Rohit Godara: साल 2008, जगह - रानी बाजार, शहर - राजस्थान का बीकानेर...एक 5 फुट 9 इंच का 22 वर्षीय भूरी आंखों और ‘तेरे नाम’ स्टाइल में कटे बालों वाला लड़का मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान में अपनी टेक्नीशियन की ड्यूटी करके घर लौट रहा था. अचानक बीच रास्ते नशे में धुत दो लोगों ने उसका पीछा किया और फिर हमला।
इस तरह आए हमलावरों को देख वह घबरा गया और मदद के लिए चिल्लाया। फिर लड़के ने अपनी जेब से अपना मोबाइल निकाला और दोस्त को मदद के लिए आऩे को कहा। कुछ देर बाद दोस्त ने मौके पर पहुंच कर हमलावरों को भगाया और अपने ही दोस्त को जमकर डांट लगाई कि वह इतना डरपोक क्यों है?
"मैं रोहित गोदारा बोल रहा हूं..."
साल बीते, समय गुजरा, जगह बदली और आज ये दब्बू और डरपोक किस्म का लड़का देश के सबसे वांछित और खूंखार गैंगस्टरों में से एक है। हम बात कर रहे हैं राजस्थान में बीकानेर के लूणकरणसर गांव के रहने वाले रोहित गोदारा की जिसके नाम से आज राजस्थान भर में एक खौफ का माहौल पसर जाता है। आपने पिछले दिनों ऐसी कई घटनाएं सुनी होंगी जहां फोन पर एक आदमी बोलता है - "मैं रोहित गोदारा बोल रहा हूं. इतने पैसे नहीं दिए तो गोली उतार दूंगा" इस कड़क आवाज के पीछे एक गुमनाम जगह बैठा गैंगस्टर रोहित गोदारा है।
राजस्थान में पिछले 2-3 सालों में खौफ का पर्याय बन चुका रोहित गोदारा आज NIA की लिस्ट में मोस्ट वॉंटेड है जिस पर गंभीर रूप से अपराध के 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। साल 2010 में अपराध की काली दुनिया में कदम रखने वाले इस तकनीशियन ने रंगदारी, हत्या का प्रयास, फिरौती, धमकी देने की दुनिया में ऐसा कदम रखा कि फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज रोहित लॉरेंस बिश्नोई के क्राइम नेटवर्क का प्रमुख चेहरा होने के साथ ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या, सलमान खान को धमकी देने के अलावा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल पहला नाम है। लेकिन आज हम रोहित गोदारा का जिक्र फिर से क्यों कर रहे हैं, आइए आपको बताते हैं।
गोगामेड़ी हत्याकांड का मास्टरमाइंड रोहित गोदारा!
दरअसल जयपुर में पिछले साल 5 दिसंबर को करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद इस मामले में NIA ने बुधवार को विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है जिसमें गोल्डी बराड़ के अलावा रोहित गोदारा को प्रकरण का मुख्य मास्टरमाइंड बताया गया है।
चार्जशीट के मुताबिक गोगामेड़ी की हत्या के बाद गोदारा और गोल्डी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए अन्य लोगों को धमकाया और पैसे की वसूली की। बता दें कि रोहित गोदारा ने अपना रसूख जमाने के लिए बिजनेसमैन को धमकाना शुरू किया और फिरौती मांगने लगा। इस बीच 2020 में गोदारा ने बीकानेर के जुगल राठी से फिरौती की डिमांड की और मना करने पर उसकी कार पर फायरिंग करवाई।
इस मामले में वह चुरू से पकड़ा गया और बीकानेर पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर बीकानेर लेकर आई। इसके बाद साल 2022 में उसे जमानत मिली और 13 जून 2022 को दिल्ली से फरार हो गया था जिसके बाद पता चलता है कि वह दुबई से अपनी गैंग को ऑपरेट करता है।
राजू ठेहट और मूसेवाला हत्याकांड में लिप्त गोदारा
बता दें कि रोहित गोदारा ने साल 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था जिसके बाद देश में हुए हर बड़े कांड से उसका नाम जुड़ा रहा। एक चर्चित मामले के अनुसार राजस्थान के सीकर में 2022 में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या हुई जिसके बाद राजू की हत्या की जिम्मेदारी भी गोदारा ने ली थी।
ठेहट की हत्या के बाद रोहित ने एक फेसबुक पोस्ट कर कहा था कि उसने राजू को मारकर आनंदपाल सिंह और बलबीर बानूड़ा की मौत का बदला लिया है। इसके बाद रोहित गोदारा का नाम सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी सामने आया था। वर्तमान में गोदारा के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी है।
जुर्म की दुनिया में लाया लॉरेंस बिश्नोई का प्रभाव
गौरतलब है कि रोहित गोदारा के अपराध की दुनिया में आने की कई कहानियां बताई जाती है लेकिन असल वजह यह है कि अपने शुरूआती दिनों में वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से काफी प्रभावित था और उस समय बिश्नोई की गैंग ही युवाओं को जोड़ने का काम कर रही थी। उस दौरान रोहित गोदारा जैसे युवा गैंगस्टर बनने की चाह में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने लगे।
बताया जाता है कि रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई की पक्की दोस्ती करना चाहता था उसके गैंग के जरिए अपराध की दुनिया में बड़ा नाम बनना चाहता था। आखिरकार जब रोहित गोदारा की जेल में लॉरेंस बिश्नोई से मुलाकात हुई तो लॉरेंस ने उसे हरियाणा में एक शख्स की हत्या की सुपारी दी और उस काम को अंजाम देने के बाद गोदारा की लॉरेंस गैंग में एंट्री हुई और देखते ही देखते वह लॉरेंस का खासमखास बन गया।