"वो तो बोलने का मोरल अधिकार खो चुके..." फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत पर जमकर बरसे गजेंद्र सिंह शेखावत
Kirodilal Meena Phone Tapping: राजस्थान की सियासत में इन दिनों एक बार फिर फोन टैपिंग को लेकर काफी हो-हल्ला है जहां वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी ही सरकार में फोन टैपिंग होने के संगीन आरोप लगाए. मीणा के इन आरोपों के बाद सूबे की सियासत में भूचाल आ गया जहां कांग्रेस को हमलावर होने का मौका मिला वहीं बीजेपी ने सांगठनिक तौर पर किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया. वहीं किरोड़ीलाल मीणा ने नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि मेरे से गलती हुई लेकिन मेरे पास फोन टैपिंग का इनपुट था. अब इस मसले पर जमकर सियासत और बयानबाजी हो रही है जहां कांग्रेस और बीजेपी नेता एक दूसरे को लपेट रहे हैं.
ताजा बयान केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का सामने आया है जिन्होंने शुक्रवार को जोधपुर में अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए किरोड़ीलाल मीणा के फोन टैपिंग मामले में पूर्व सीएम अशोक गहलोत को घेरा है. दरअसल बीते गुरुवार को अशोक गहलोत ने फोन टैपिंग को लेकर कहा था कि हमारी सरकार में किसी भी मंत्री और विधायक की फोन टैपिंग नहीं हुई और टैपिंग के जब भी आरोप लगे सीएम के तौर पर मैंने खुद सदन में जवाब दिया था. इधर अब शेखावत ने कहा है कि मुझे लगता है कि गहलोत साहब को तो फोन टैपिंग के मामले में चर्चा करने का मोरल अधिकार ही नहीं है क्योंकि सबसे ज्यादा टैपिंग के मामले उनकी ही सरकार में हुए थे.
"गहलोत सरकार में हुई सबसे ज्यादा फोन टैपिंग"
वहीं किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग को लेकर शेखावत ने कहा कि मुझे लगता है कि गहलोत साहब को तो फोन टैपिंग के मामले में चर्चा करने का मोरल अधिकार तक नहीं है क्योंकि उनके जमाने में जितने फोन टैपिंग हुए उतने किसी भी समय में नहीं हुए. उन्होंने कहा कि उनके व्यक्तिगत ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने दिल्ली के न्यायालय में शपथ पूर्वक बयान रजिस्टर्ड करवाया था कि फोन टैपिंग हुई है. शेखावत ने कहा कि लोकेश शर्मा का न्यायालय में बयान है कि फोन टैपिंग इललीगली तरीके से करने के बाद मुझे मीडिया में देने के लिए कहा था जिन्होंने इस तरह के पाप किए हैं वह दूसरे के तरफ दृष्टि उठाकर देखें उनका कोई अधिकार नहीं है.
वक्फ बोर्ड कानून पर आया बयान
वहीं वक्फ बोर्ड के कानून में बदलाव को लेकर संसद मे हो रहे विरोध पर शेखावत ने कहा कि विरोध वह लोग कर रहे हैं जिन्होंने अपने मजहब और समाज की संपत्ति को हड़प कर अपनी व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए उपयोग किया हो. इसके अतिरिक्त कोई भी विरोध नहीं कर रहा है. वहीं विरोध करके समाज के ताने बाने को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. जॉइन्ट पार्लियामेंट कमेटी ने रिपोर्ट दी है और पूरे रिपोर्ट में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार होगा.
महाकुंभ को लेकर कांग्रेस पर हमला
वही महाकुंभ को लेकर उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन महाकुंभ में नया रिकॉर्ड बन रहा है अब तक जितने भी लोगों की आवक हुई है वह 50 करोड़ से अधिक है. उन्होंने कहा कि यह अपने आप में विश्व में नया कीर्तिमान है और मैं जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं जिस बेहतर तरीके से कुंभ का आयोजन किया गया है और महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर आने वाले समय मे एक केस स्टडी के रूप मे अध्ययन किया जाएगा.
शेखावत ने महाकुंभ में सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेताओं को लेकर कहा कि कांग्रेस के कई लोगों ने भी कुंभ में डुबकी लगाई और कांग्रेस की यह फितरत रही है केवल इस तरह की प्रतिक्रिया करना और बाद में उसे नकार जाना. मैंने पहले भी कहा था कि कोविड के समय में वैक्सीन बनी थी, यही कांग्रेसी थे जिन्होंने कहा था कि वैक्सीन भारतीय जनता पार्टी की वैक्सीन है और अंधेरी रात में जाकर के फिर सबने वैक्सीन लगाई थी.