"हमारी रोजी-रोटी छीन ली..." खाटूश्यामजी मेले में भक्तों का सैलाब...पर क्यों फूटा व्यापारियों का गुस्सा?
Khatu Shyam Ji Mela 2025: राजस्थान के सीकर जिले में खाटूश्यामजी का लक्खी मेला श्रद्धा और आस्था का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है, लेकिन इस बार भक्ति के इस महासंगम में विवाद की लहरें उठने लगी हैं। भक्तों की सुविधा का हवाला देकर प्रशासन ने कस्बे के कई रास्तों और गलियों को सील कर दिया है, जिससे स्थानीय व्यापारी और आम लोग खासे नाराज हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि बाजार सूने पड़ गए, दुकानों के शटर गिरने लगे, और व्यापारियों का गुस्सा सड़क पर आ गया।
(Khatu Shyam Ji Mela 2025)दूसरी ओर, प्रशासन अपने फैसले को जायज़ ठहराते हुए भक्तों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देने की बात कह रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है.....क्या श्रद्धा और व्यापार के बीच सामंजस्य नहीं बैठाया जा सकता?
अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा
व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने बीते तीन दिनों से प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। मजबूर होकर व्यापारियों ने बैठक कर सोमवार दोपहर से अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा कर दी। नतीजतन, खाटूश्यामजी कस्बे के अंदरूनी इलाके की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद हैं, जबकि बाहरी इलाके की दुकानें अभी भी खुली हुई हैं।
बाजार बंद होने से न केवल व्यापारियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है, बल्कि श्रद्धालु भी असुविधा का सामना कर रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि मेले के दौरान व्यापारियों ने इस स्तर का विरोध प्रदर्शन किया है।
व्यापारियों को अनावश्यक रूप से परेशान...
खाटूश्यामजी व्यापार मंडल के अध्यक्ष सोनू जोशी का कहना है कि स्थानीय लोगों और व्यापारियों को प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि रास्ते बंद करने से न सिर्फ व्यापारियों का कारोबार ठप हो गया है, बल्कि आम लोगों की आवाजाही भी बाधित हुई है। इसी के विरोध में व्यापार मंडल ने बाजार बंद करने का फैसला लिया। व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि स्थानीय लोगों और व्यापारियों की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए और जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए।
रींगस डिप्टी संजय बोथरा को हटाने की मांग
व्यापारियों की प्रमुख मांगों में सील किए गए रास्तों और गलियों को खोलना, व्यापारियों के लिए विशेष कार्ड बनाना, स्थानीय निवासियों को आधार कार्ड के आधार पर आने-जाने की अनुमति देना, दुकानों के लिए माल लाने वाले वाहनों को छूट देना और मेले की व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे रींगस डिप्टी संजय बोथरा को हटाने की मांग शामिल है। व्यापारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
यह भी पढ़ें: ‘पंडित जी की सरकार में उतरवाई छात्रों की जनेऊ…’ MLA हरिमोहन शर्मा ने पूछा - कौन कर रहा है मुख्यमंत्री को बदनाम?
यह भी पढ़ें: खाटूधाम में आक्रोशित व्यापारी! प्रशासन की सख्ती के खिलाफ अनिश्चितकालीन बंद, धाम को बताया तिहाड़ जेल!
.