रेलवे स्टेशन के नाम को लेकर आंदोलन का ऐलान, जानिए 1 जुलाई से क्यों सड़कों पर उतर रहा है राईका-देवासी समाज?
Jodhpur News: जोधपुर रेल मंडल के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन का नाम बदलने को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है जहां राईका देवासी समाज ने सोमवार से आंदोलन करने का ऐलान किया है. मिली जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई को प्रदेश और देशभर से समाज के लोग जोधपुर पहुंच रहे हैं जहां कलेक्ट्रेट के सामने धरने से राईका समाज के आंदोलन की शुरूआत होगी. समाज के प्रतिनिधियों ने रविवार को जोधपुर में पत्रकार वार्ता कर अपने आंदोलन की रूपरेखा बताई और कहा कि वो अपना आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक जंक्शन का नाम सही तरीके से नहीं लिखा जाएगा.
दरअसल जोधपुर के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राइका बाग के नाम को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा है जहां राईका समाज का कहना है कि यह जमीन उनके पूर्वजों ने महाराज के कहने पर दी थी और इस इलाके का नाम राईका बाग रखा गया था लेकिन रेलवे ने इसका नाम राई का बाग कर दिया है जो कि समाज का अपमान है.
समाज ने किया आंदोलन का ऐलान
राईका देवासी समाज के लालसिंह राईका ने रविवार को जोधपुर में बताया कि रेलवे स्टेशन के नाम सुधारने के लिए राज्य सरकार की अनुसंशा की जरूरत है लेकिन दुर्भाग्य है कि भाजपा का समर्थन करने के बाद भी अब सरकार बनने पर हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. वहीं समाज के राजनीतिक प्रतिनिधि की ओर से लगातार पत्र भेजे जाने के बाद भी सरकार नहीं सुन रही है ऐसे में हमारा समाज अब आंदोलन करने को मजबूर है. उन्होंने कहा कि हमारे समाज का प्रतिनिधित्व सरकार में भी शामिल है लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है.
इधर जोधपुर में आज राईका समाज के राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राइका बाग रेलवे स्टेशन को लेकर मुख्यमंत्री के साथ उनकी चर्चा हुई है और मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर रेलमंत्री से भी चर्चा की है. देवासी ने कहा कि इस पूरे विवाद के समाधान के लिए राजस्व रिकार्ड खंगाल जा रहा है और हम जल्द ही इस समस्या का समाधान करेंगे.
राईका समाज से जुड़ी है ये जगह
वहीं आंदोलन समिति के अध्यक्ष कपूर राईका ने जानकारी दी कि हमारे समाज के 80 फीसदी से अधिक लोग भाजपा का समर्थन करते हैं लेकिन दुर्भाग्य है कि हमारी ही अब सुनवाई नहीं हो रही है. समाज के लोगों ने कहा कि हम हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. बता दें कि राईका बाग पैलेस का निर्माण सन् 1663-64 में महाराजा जसवंत सिंह प्रथम की हाडी रानी 'जसरंग दे' ने करवाया था जिसके बाद रेलवे ने इस स्टेशन का नाम राईका बाग पैलेस जंक्शन रखा था. अब समाज का दावा है कि रेलवे की ओर से धीरे-धीरे इस नाम को राई का बाग कर दिया गया.
(जोधपुर से पुनीत माथुर का इनपुट)