झुंझुनूं में जानलेवा बनी मानसून की पहली बारिश, बिजली पोल में दौड़ा करंट...चपेट में आए 5 लोग, 1 की मौत
Jhunjhunu Electrocution News: राजस्थान में मानसून की एंट्री के साथ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो कई इलाकों से डरा देने वाली खबरें सामने आ रही है जहां बीते शुक्रवार को राज्य के झुंझुनूं जिले में मानसून की पहली तेज बारिश जानलेवा साबित हुई. मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर कोतवाली थाना इलाके के पंचदेव मंदिर के पास एक बिजली के पोल में करंट दौड़ने के बाद 5 लोग इसकी चपेट में आ गए जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 3 घायल हो गए.
वहीं इस पूरी घटना की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां करंट की चपेट में आए लोग पानी में बहते हुए दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि करंट लगने से जिस युवक की मौत हो गई वह पानी में 1500 मीटर तक बह गया था. घटना के मुताबिक बिजली के पोल के पास एक जूस के केबिन में 5 लोग थे जहां 4 लोग तुरंक करंट की चपेट में आ गए. इधर घटना के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बीडीके अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग को धरना शुरू कर दिया और बिजली विभाग की लापरवाही पर जमकर नाराजगी जाहिर की. गुढ़ा ने 50 लाख की सहायता राशि, सरकारी नौकरी और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की.
1500 मीटर तक बह गया युवक
घटना के मुताबिक पंचदेव मंदिर के पास मनीष सैनी का जूस का केबिन है जहां इस्लामपुर का रहने वाला साजिद (21) काम करता है. वहीं दोपहर 12.30 बजे के करीब तेज बारिश शुरू होने के दौरान झुंझुनूं आए जहांगीर और जगदीश प्रसाद ने बारिश से बचने के लिए केबिन में शरण ली जहां पानी भराव होने के बाद केबिन में करंट दौड़ा और चारों पानी में गिर पड़े और बहने लगे.
इस हादसे में इस्लामपुर में ई-मित्र का संचालन करने वाले जहांगीर की मौत हो गई. वहीं मनीष, साजिद और जगदीश को लोगों ने बचा लिया जिनमें जगदीश प्रसाद को जयपुर रैफर किया गया है और मनीष का ईलाज बीडीके अस्पताल में चल रहा है. इस्लामपुर का रहने वाले जहांगीर की मौत को लेकर बताया गया कि वह पानी में काफी दूर तक बह गया था जिसके बाद खेमीशक्ति मंदिर के पास से लोगों ने उसका शव निकाला.
पूर्व मंत्री ने किया प्रदर्शन
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मृतक युवक के परिवार को मुआवजा देने की मांग पर पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और वह अपने समर्थकों, मृतक के परिजनों और ग्रामीणों के साथ बीडीके अस्पताल में धरने पर बैठ गए. बीडीके अस्पताल में नारेबाजी करते हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि जिला मुख्यालय पर अंधेर नगरी चौपट राजा वाली बात साबित हो रही है जहां 8 फुट की गलियों में 11 हजार की बिजली की लाइन जा रही है जो किसी मौत के कुएं से कम नहीं है. बता दें कि यहीं 3 दिन पहले जिस पोल में करंट की आशंका जाहिर की गई थी उसी पोल में करंट दौड़ा और यह हादसा हो गया. उन्होंने आगे कहा कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी शव नहीं लिया जाएगा.
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