Jaipur: पहले मिली नौकरी की खुशी... अब बचाने का समय! जानिए शहीद स्मारक पर क्या हो रहा है!
SI Recruitment Exam 2021: शहीद स्मारक पर रविवार का धरना केवल एक विरोध नहीं, बल्कि भविष्य की आहट है! SI भर्ती परीक्षा 2021 के चयनित प्रशिक्षुओं (SI Recruitment Exam 2021)के परिजन आंसुओं के साथ आवाज उठा रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि सरकार उनके बच्चों के मेहनत और ईमानदारी को नकारते हुए परीक्षा को रद्द कर सकती है। 859 प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों का भविष्य खतरे में है, और धरनाकर्ताओं ने खुलासा किया है कि यदि यह परीक्षा रद्द हुई, तो उनका संघर्ष और सपना दोनों बर्बाद हो जाएंगे। इस संवेदनशील मुद्दे पर सरकार की चुप्पी और समिति की जांच ने आशंका को बढ़ा दिया है,क्या वाकई मेहनत का यह फल बर्बाद हो जाएगा?
शहीद स्मारक पर प्रदर्शन
आज बड़ी संख्या में ट्रेनी एसआई के परिवार जन शहीद स्मारक पर एकत्रित होकर सरकार से अपील कर रहे हैं कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को निरस्त न किया जाए। परिजनों का कहना है कि जो लोग इस परीक्षा में गलत तरीके से पास हुए हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन मेहनत से परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
सरकार से वार्ता का आग्रह
धरने में शामिल परिजनों ने सरकार से वार्ता का समय मांगा है। उनका कहना है कि यदि परीक्षा रद्द की जाती है, तो उनके बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। इस संबंध में उन्होंने दो दिन पहले किरोड़ी लाल मीणा से भी मुलाकात की थी और अपनी समस्याओं से अवगत कराया था।
कमेटी के फैसले का इंतजार
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने या न करने के मामले में 6 मंत्रियों की एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति के निर्णय के बाद ही स्पष्ट होगा कि आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। ट्रेनिंग कर रहे एसआई का कहना है कि कुल 859 अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफल हुए हैं, जिनमें से 42 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया जा चुका है। यदि परीक्षा रद्द होती है, तो 95% ट्रेनी एसआई का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।
भविष्य पर खतरा
ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों ने कहा कि कुछ लोगों के फर्जी तरीके से जॉइनिंग लेने से सभी के साथ अन्याय नहीं किया जा सकता। उनका कहना है कि उन्होंने सालों मेहनत करके इस पद को हासिल किया है, और अगर भर्ती रद्द की गई, तो ईमानदार और मेहनत से बने एसआई के साथ यह अन्याय होगा।
ट्रेनी एसआई ने सरकार से अपील की है कि पूरी भर्ती प्रक्रिया निरस्त नहीं होनी चाहिए। चयनित अभ्यर्थियों ने अपने जीवन के चार साल इस भर्ती के लिए दिए हैं। यदि परीक्षा रद्द की जाती है, तो यह उनके परिवारों और भविष्य पर गंभीर असर डालेगा। उनका कहना है कि फर्जी तरीके से चयनित अभ्यर्थियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन ईमानदार और मेहनती अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
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