स्विमिंग पूल या लापरवाही? किसने ली राजस्थान यूनिवर्सिटी के 21 वर्षीय स्टूडेंट की जान? सवालों के घेरे में प्रशासन
Rajasthan University Student Death: राजधानी जयपुर में बना राजस्थान विश्वविद्यालय (आरयू) एक बार फिर सुर्खियों में है जहां यूनिवर्सिटी के कैंपस में बने स्वीमिंग पूल में गुरुवार को एमएससी फाइनल ईयर के छात्र की तबीयत अचानक खराब हो गई जिसके बाद छात्र के मुंह से झाग आने लगे. वहीं अन्य छात्र व कोच जब छात्र को लेकर सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पहचान पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले 21 वर्षीय छात्र विकास यादव के रूप में हुई जिसकी मौत की सूचना मिलते ही कैंपस में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा. गुरुवार देर रात तक छात्र और एनएसयूआई छात्र संगठन के नेताओं ने कुलपति के घर के बाहर धरना देकर जमकर नारेबाजी की.
छात्र विकास यादव की कथित तौर पर यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में डूबने से मौत के बाद लगातार छात्र आक्रोशित हैं और घटना के बाद से कार्रवाई को लेकर कुलपति के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि यूनिवर्सिटी में पीजी का 21 वर्षीय छात्र विकास यादव स्विमिंग पूल में तैराकी की क्लास ले रहा था और इस दौरान वह डूब गया जहां उसके कुछ दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वह उसे बचा नहीं सके.
वहीं विकास यादव की मौत के बाद छात्रों ने यूनिवर्सिटी के कुलपति के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि स्विमिंग पूल पर तैराकी के समय कोई भी लाइफ गार्ड नहीं था और घटना के समय कोई कोच भी मौजूद नहीं था. वहीं गुरुवार रात को आंदोलन कर रहे छात्रों ने प्रशासन पर लापरवाही और कुप्रबंधन का भी आरोप लगाते हुए वीसी के इस्तीफे की मांग की.
कैसे हुई विकास की मौत?
बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के कैंपस में बने हुए स्विमिंग पूल में सुबह और शाम के वक्त कई स्टूडेंट तैराकी करते हैं जहां अंबेडकर हॉस्टल में रहने वाले फिजिक्स डिपार्टमेंट से पीजी करने वाला विकास यादव हर दिन शाम के बैच में स्विमिंग करने आया करता था लेकिन गुरुवार 27 जून की शाम को 5 बजे जब वह अपने दोस्तों के साथ स्विमिंग करने आया तो स्विमिंग करने के करीब आधे घंटे बाद विकास पानी में डूब गया, विकास को अचेत देख उसके दोस्तों ने तुरंत कोच को जानकारी दी जिसके बाद विकास को बाहर निकाला गया. हालांकि तब तक वह जिंदा था. मालूम हो कि विकास नीमकाथाना जिले का रहने वाला है जिसके पिता गांव में शिक्षक है.
इस घटना को लेकर आरयू में कोच विजय बिश्नोई ने जानकारी दी कि विकास यादव स्वीमिंग करने गया ही था कि कुछ देर बाद उसके मुंह से झाग निकलने लगे जहां पूल में पहले से ही मौजूद छात्रों ने उसे बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन उसे होश नहीं आया. इसके बाद उसे अस्पताल लेकर गए जहां मृत घोषित कर दिया गया. कोच का कहना है कि विकास पिछले दो महीने से तैराकी सीख रहा था और रोजाना पौन घंटे प्रैक्टिस करने आया करता था.
मौत पर उठने लगे अब सवाल?
बता दें कि विकास यादव की मौत के मामले कोच का कहना है कि स्विमिंग पूल के जिस स्थान पर विकास बेहोश मिला था वहां की गहराई 4 फीट के करीब है जिस पर कोच का कहना है कि विकास अच्छे से तैरना जाता था लेकिन उसकी तबीयत खराब हो गई थी लेकिन कुछ ही देर में अफवाह फैल गई कि विकास की डूबने से मौत हुई है. हालांकि ये सवाल बनता है कि महज 4 फीट की गहराई में कोई कैसे डूब सकता है.
वहीं मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा. इधर विकास यादव की मौत के बाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने कहा कि एक होनहार छात्र की मौत होना बड़ा दुखदायी है और फिलहाल हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं जिसके बाद प्रशासन अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहा है.
NSUI ने लगाए गंभीर आरोप
इधर बीते गुरुवार को विकास की मौत के बाद कुलपति के सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचने पर एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने जमकर वीसी का विरोध किया और नारेबाजी की. एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि विकास की मौत के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन झूठ बोल रहा है औऱ उसकी मौत गहराई में डूबने से हुई है. वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के घर के सामने सैकडों छात्रों ने NSUI राजस्थान के अध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में रात में धरना दिया जो शुक्रवार को भी जारी है.
जाखड़ ने कहा कि जब तक इस मामले की पारदर्शी जांच नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा और विकास के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा, परिवार को नौकरी औऱ 2 छोटी बहनों की पढ़ाई की जिम्मेदारी सरकार उठाएं. वहीं जाखड़ ने कुलपति के इस्तीफ़े की भी मांग की.
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