हेरिटेज लुक, शानदार लाईब्रेरी..." इस गांव का पंचायत भवन देता है मुख्यमंत्री कार्यालय को टक्कर!
Tonk Awaan Gram Panchayat: हम जानते हैं किसी भी गांव के विकास की बुनियाद ग्राम पंचायत की मजबूत नींव पर टिकी होती है, जैसे देश की संसद नीति-नियम करोड़ों लोगों के लिए बनाती है, वैसे ही कुछ हजार लोगों की पार्लियामेंट ग्राम पंचायत ही होती है. अब जितनी मजबूत किसी गांव की पंचायत होगी उस गांव में विकास की स्पीड दोगुनी हो जाती है. ऐसी ही एक ग्राम पंचायत के बारे में आज आपको बताने जा रहे हैं जिसकी भव्यता की चर्चा हर तरफ हो रही है. टोंक जिले के आवां गांव का पंचायत भवन जो अपने आप में मुख्यमंत्री कार्यालय से कहीं कम नहीं लगता है.
टोंक जिले की इस पंचायत का भवन ही भव्य नहीं यहां हुए विकास कार्य और नवाचारों की भी हर तरफ चर्चा है. हाल में जब कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने वहां पर विज़िट किया तो वह इसकी प्रशंसा करने से खुद को नहीं रोक पाई. वहीं कलेक्टर द्वारा मॉडल स्वच्छ भारत के तहत आंवा पंचायत का दौरा करने के बाद फिर इसकी बातें होने लगी है.
पंचायत भवन से लेकर वहां हुए जनहित के मॉडर्न विकास निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने आवां के युवा सरपंच दिव्यांश भारद्वाज के विकास कार्यों को लेकर यहां तक कह दिया कि आवां का पंचायत भवन मुख्यमंत्री कार्यालय को टक्कर देता हुआ बना है और अब आवां को वर्ल्ड क्लास ग्राम पंचायत बनाएंगे जिसके लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरे प्रयास किए जाएंगे.
सरपंच दिव्यांश की सोच की सराहना
बता दें कि टोंक जिले की ग्राम पंचायत आवां के सरपंच दिव्यांश भारद्वाज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रेस सलाहकार रहे महेंद्र भारद्वाज के बेटे हैं. कलेक्टर सरपंच डॉ. झा ने सरपंच दिव्यांश भारद्वाज द्वारा गांव के विकास कार्यो को नवाचार के साथ संपन्न कराने की प्रशंसा करते हुए कहा कि आवां पंचायत और सरपंच की ख़ुद मुख्यमंत्री ने सराहना की है. कलेक्टर ने कहा कि आवां विकास की दृष्टि से सभी पंचायतों में अव्वल है.
मरम्मत कार्य के बजट से पंचायत भवन को दिया हेरिटेज लुक
बस स्टेण्ड के पास बने पंचायत भवन को कोई बाहर का व्यक्ति देखता है तो वह हैरान सा हो जाता है। उसका हेरिटेज लुक देखकर उसकी और वहां के सरपंच की प्रशंसा करे बिना नहीं रहता है। सरपंच के विकास कार्यो की बदौलत यह पंचायत आदर्श ग्राम पंचायत बनी है। इसे यह लुक बड़े बजट से नही अपितु सरपंच बनने के बाद दिव्यांश भारद्वाज ने पंचायत भवन की मरम्मत को लेकर आए बजट से करवाया है वह बजट राशि महज 10 लाख है.
"मेरे कॉलेज में भी नही थी ऐसी लाइब्रेरी"
आंवा पंचायत भवन के ही पास में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग लाइब्रेरी देख कर कलेक्टर ने कहा कि लाइब्रेरी इतनी सुंदर है कि उनके कॉलेज में भी ऐसी लाइब्रेरी नहीं थी। ग्रामीण क्षेत्र में ऐसी आधुनिक लाइब्रेरी होना अपने आप यहां के बच्चों को शेक्षिक माहौल के लिए महत्वपूर्ण है l बता दें लाइब्रेरी में लड़के व लड़कियों के अलग अलग 50-50 सीट की व्यवस्था है, गांव के 100 बच्चे यहां पर निशुल्क में अध्ययन करते हैं
हेरिटेज लुक वाला श्मशान घाट
आंवा के शमशान घाट को देख कर कलेक्टर ने कहा कि इस श्मशान घाट को तो हैरिटेज लुक अपने आप मे बेहतर कार्य है, कलेक्टर ने कहा कि आवां के सभी काम एक से बढ़ कर एक हैं। मॉडल स्वच्छ भारत के जो भी नेशनल स्टैण्डर्ड है वह सरपंच भारद्वाज ने पहले से ही हासिल कर लिए हैं। पंचायत में और इंप्रूमेंट किया जा सकता है, वो प्रशासन के स्तर पर करेंगे.
गांव के पंचायत भवन से लेकर अन्य विकास कार्य नरेगा के जरिए करवाए गए हैं. इसके साथ ही पंचायत क्षेत्र मे डोर टू डोर सफाई व्यवस्था हो फिर पंचायत भवन के परिसर में बनी हाइटेक वातानुकूलित लाइब्रेरी, पंचायत भवन देखते ही बनते है। श्मशान घाट, राजकलेश्वर महादेव मंदिर के तालाब पर महिला ड्रेस चेंजिंग रूम आदि सरपंच भारद्वाज द्वारा करवाए गए विकास कार्य इस पंचायत को रोल मॉडल बनती है।
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