जयपुर में हेड कांस्टेबल सुसाइड केस में परिजनों का SMS हॉस्पिटल में धरना, एक करोड़ मुआवजा, कार्रवाई की मांग
Rajasthan News: जयपुर में भांकरोटा इलाके की पुलिस चौकी में हेड कांस्टेबल बाबूलाल के सुसाइड के बाद परिजन आक्रोशित हैं। परिजन शुक्रवार सुबह सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। परिजनों ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा सहित 5 मांगो के पूरा नहीं होने तक वो धरना नहीं हटाएंगे।
हेड कांस्टेबल सुसाइड केस में धरना
हेड कांस्टेबल के सुसाइड की घटना जयपुर के भांकरोटा थाना इलाके में हुई। कथित तौर पर हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने थाना इलाके की एक पुलिस चौकी में ही फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। बाबूलाल की मौत की खबर से परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने सवाई मानसिंह अस्पताल में धरना देकर पांच सूत्री मांग रखी।
#Jaipur: हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के सुसाइड के मामले में जारी परिजनों का धरना
- SMS अस्पताल की मोर्चरी के बाहर चल रहा है पीड़ित परिवार का धरना
- धरना स्थल पर पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल, ममता भूपेश, विधायक अमीन कागजी सहित कई नेता पहुंचे
- इसके अलावा विभिन्न… pic.twitter.com/ksikFEvy5v
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) August 23, 2024
एक करोड़ मुआवजा सहित 5 मांग
बाबूलाल के परिजन अब सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने के साथ सुसाइड नोट में बताए गए अफसरों पर कार्रवाई, अनुकंपा नियुक्ति के साथ एक और नौकरी और बाबूलाल के निलंबन मामले की फिर से जांच की मांग कर रहे हैं।
परिजनों ने सवाई मान सिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना देकर इन मांगों को पूरा करने की मांग की। परिजनों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।(Rajasthan News)
हेड कांस्टेबल ने सुसाइड से पहले लिखा था नोट
हेड कांस्टेबल ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी लिखा। जिसमें उसने किसी पुराने जमीन विवाद का जिक्र किया है। जिसमें बाबूलाल को सस्पेंड किया गया था, हालांकि बाद में बाबूलाल बहाल हो गए। मगर इस मामले की जांच अभी भी जारी है। बाबूलाल ने सुसाइड नोट में लिखा कि इस मामले में गलत तरीके से फंसाया गया। बाबूलाल ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।
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