पेपर लीक से जुड़े हैं 'बाबा' के तार! राजस्थान में पेपर लीक माफिया के घर लगता था दरबार, अब हुए चौंकाने वाले खुलासे
Hathras Satsang Tragedy: उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिस भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से करीब 122 लोगों की जान चली गई जिसके बाद हर दिन बाबा को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं. घटना के बाद से ही भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि फरार है और इधर पुलिस ने बाबा के आश्रम की घेराबंदी कर रखी है. बाबा की कुंडली खुलने पर अब पता चला है कि बाबा का दरबार राजस्थान के दौसा में भी लगा करता था जहां जिस मकान में बाबा का दरबार होता था वह पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन पटवारी का मकान है.
जानकारी के लिए बता दें कि बीते 29 फरवरी को ही जेईएएन भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक के मामले में एसओजी ने हर्षवर्धन पटवारी को पकड़ा था. बताया जा रहा है कि दौसा में इसी मकान में हर 4-5 महीने से बाबा का सत्संग होता था. वहीं दौसा में जिस मकान से बाबा का कनेक्शन सामने आया है वहां बड़ी संख्या में महिलाओं के फॉर्म और आधार कार्ड मिले हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि बाबा के दरबार में महिलाओं की संख्या अधिक हुआ करती थी. मालम हो कि हाथरस कांड में भी मृतकों में महिलाओं की संख्या अधिक है.
पेपरलीक माफिया के घर आते थे बाबा!
अपने आप को भगवान मानने वाला साकार हरि बाबा राजस्थान के दौसा में पेपर लीक माफिया से संबंध रखता था और उसके घर पर आवाजाही होती थी, वहीं इतना ही नहीं साकार हरि बाबा ने पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन मीणा के घर पर ही दरबार लगाने का काम भी शुरू कर दिया था और महीने में 4 बार दरबार लगाया जाता था. बताया जा रहा है कि बाबा जब भी दरबार लगाते थे तो उनका पंडाल शानदार तरीके से सजाया जाता था उनकी कुर्सी और झूला भी लग्जरी था. वहीं इतना ही नहीं हर्षवर्धन मीणा के घर के अंदर बेड और सोफा भी लग्जरी थे. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि साकार हरि बाबा दौसा में पेपर लीक माफिया के घर में लग्जरी सुविधाओं का उपयोग करता था. लग्जरी सुविधाओं का उपयोग करते थे बाबा यहां बाबा का दरबार भी बड़े उत्साह के साथ में लगाया जाता था.
अधिक संख्या में बाबा के दरबार में पहुंचती महिलाएं
दौसा में इस मकान के आसपास के पड़ोसी भी बताते हैं कि बाबा के दरबार में महिलाओं की संख्या अधिक होती थी और अब जब बाबा के दरबार में कुछ डॉक्यूमेंट मिले तो उनमें अधिकतर डॉक्यूमेंट महिलाओं के थे, महिलाओं के फॉर्म भरे गए थे उनके आधार कार्ड लिए जाते थे और उन्हें फिर दरबार में प्रवेश दिया जाता था. इस दरबार को इतना गोपनीय रखा जाता था कि पेपर लीक माफिया के घर के आसपास प्राइवेट फोर्स तैनात की जाती थी.
वहीं जब हर्षवर्धन मीणा का पेपर लीक कांड में नाम सामने आया तो एसओजी ने दबिश देकर हर्षवर्धन मीणा को गिरफ्तार कर लिया और उसके ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया तो दौसा के इस आवास पर भी सर्च अभियान चलाया तब पता चला की आवास पर तो बाबा दरबार लगाते थे, एसओजी को हर्षवर्धन मीणा के इस आवास पर पेपर लीक प्रकरण से जुड़े हुए दस्तावेज मिले हैं.
मकान में लगे हैं बाबा के लग्जरी झूले और टेंट
वहीं जिस मकान में बाबा का दरबार लगा करता था उसे मकान को सीज कर दिया है तभी से यहां पर दरबार भी नहीं लग रहा है और आज भी इस मकान के अंदर टेंट लगे हुए हैं. बाबा का लग्जरी झूला भी क्षतिग्रस्त हो गया है और इस दरबार में काफी सारे दस्तावेज मिले हैं जिनमें अधिकतर उत्तर प्रदेश की रहने वाली महिलाओं के हैं. इन दस्तावेजों में महिलाओं के फोटोज भी लगे हुए हैं.
- (दौसा में पुष्पेन्द्र मीणा की रिपोर्ट)