Kota News: ईआरसीपी प्रोजेक्ट का पहला नौनेरा बांध बनकर तैयार, टेस्टिंग के लिए बारिश में विभाग बैराज में रोकेगा पानी
Kota News: कोटा। राजस्थान कोटा जिले में काली सिंध नदी पर पूर्वी राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERPC) का पहला बैराज नौनेरा लगभग तैयार हो चुका। कुछ फिनिशिंग वर्क बचा है। जो चल रहा है। इस मानसून सीजन में कालीसिंध नदी में आने वाले पानी को रोका जाएगा। जल संसाधन विभाग बैराज की टेस्टिंग के लिए पानी रोकेगा। इस पानी को कुछ समय के लिए रोक कर आगे छोड़ दिया जाएगा। क्योंकि पीएचईडी और पीडब्ल्यूडी के कुछ निर्माण शेष बाकी है।
परियोजना पर 1006 करोड़ रुपए खर्च
इस बैराज को पूरी क्षमता से भरा गया तो पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी के काम बंद हो जाएंगे। नौनेरा डैम में 27 गेट बनाए गए हैं। दो स्लूज गेट हैं। फिलहाल बैराज गेट की टेस्टिंग की जा रही है। हाइड्रो मैकेनिकल वर्क्स की एक्टिविटी भी चल रही है। रबर सील, ऑयलिंग, स्लाइडिंग के साथ ही गैंट्री क्रेन से स्टॉप ब्लॉक गेट्स की एक्टिविटी भी चल रही है। बैराज पूरी तरह से स्काडा ऑपरेटिंग सिस्टम के तहत काम करेगा। गेट को रिमोट के जरिए ऑपरेट किया जाएगा। नौनेरा बैराज का निर्माण 14 अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ था। अब तक परियोजना पर 1006 करोड़ रुपए खर्च हो चुके।
अपस्ट्रीम में पानी भरने पर मार्ग अवरुद्ध
परियोजना 1316 करोड़ के आसपास की है। बैराज का पूरा काम 13 अक्टूबर 2024 तक कंप्लीट हो जाएगा। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता रोहिताश्व जैमिनी ने कहा कि बैराज के निर्माण के दौरान 148.15 करोड़ रुपए का मुआवजा बांटा गया। इसका कैचमेंट 3112 हेक्टेयर में है। नौनेरा बांध के डूब क्षेत्र में स्टेट हाइवे 51आ रहा है। जो कोटा से मध्यप्रदेश के श्योपुर जा रहा है। बैराज के अपस्ट्रीम में पानी भरने पर मार्ग अवरुद्ध (Kota News) होगा। ऐसे में कोटा जिले के बड़ोद में पीडब्ल्यूडी 92 करोड़ रुपए की लागत से उच्च स्तरीय (Kota News) पुल बना रहा है।
यह भी पढ़े: रीट भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले का खुलासा, महिला शिक्षिका सहित तीन अन्य...
यह भी पढ़े: हॉस्टल में नहीं मिल रहा खाना, रेल पटरी पर जा बैठीं छात्राएं, हॉस्टल संचालक पर लगाए गंभीर आरोप!
.